जोक्स की इस मजेदार दुनिया में आप सबका एक बार फिर से स्वागत है |जीवन में खुश रहना और खुश रहकर हर परिस्थिति का सामना करना भी जीवन जीने की एक कला है और हमे  ये कोशिश करना चाहिए की हम सदैव ही खुश रहे और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आये है जिन्हें पढने के बाद आपक भी हंसी नहीं रुकेगी ,तो फिर डर किस बात की आइये शुरू करते है

.एक औरत अपने बॉय-फ्रेंड के साथ बाज़ार में घूम रही थी कि तभी उसका पति मिल गया.
पति ने बॉय-फ्रेंड को पीटना शुरू कर दिया.
औरत – “मार साले को … अपनी बीवी को कभी घुमाने ले जाता नहीं और दूसरों की को ले आता  है !”
तभी बॉय-फ्रेंड को जोश आ गया और वह पति को पीटने लगा.
औरत – “मार साले को ! खुद तो कभी घुमाने ले जाता नहीं और दूसरों को भी नहीं घुमाने देता … !”

पत्नी के जन्मदिन पर हद से ज्यादा कंजूस पति ने पूछा- तुम्हें क्या गिफ्ट चाहिए…?
पत्नी की इच्छा नई कार लेने की थी उसने इशारों में कहा-
मुझे ऐसी चीज ला कर दो…
जिस पर मेरे सवार होते ही वह 3 सेकंड में 0 से 100 पर पहुंच जाएं…!
शाम को ही पति ने उसे…
वजन करने की मशीन लाकर दे दी…!

 

गार्डन में एक लड़का लड़की हाथों में हाथ डाले एक दूसरे के प्यार में
डूबे हुए थे तभी एक बुजुर्ग आदमी
वहां आ जाता है
आदमी- बेटा क्या यही हमारी संस्कृति है ?
लड़का- नहीं अंकल ये तो जागृति है आप किसी और पेड़ के नीचे जाकर देखो

 

पप्पू- मुझे लगता है धीरे-धीरे हम अपनी संस्कृति खो रहे हैं…!
गप्पू- वो कैसे?
पप्पू- अरे यार, कल मैं एक शादी में गया था,
वहां देखा कि फूफा बिना मुंह फुलाए घूम रहे थे…!!!

एक आदमी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसे अमृत देते हैं,
लेकिन वो मना कर देता है…!
भगवान – क्यों वत्स, अमृत क्यों नहीं पी रहे…?
आदमी – अभी-अभी गुटखा खाए हैं प्रभु, कैसे थूक दें…?

पुलिस (चोर से) – तुम एक ही दुकान में तीन बार
चोरी करने क्यों गए…?
चोर- सर, चोरी तो मैंने पहली बार में ही अपनी पत्नी के लिए ड्रेस
चुराकर कर ली थी, बाकी दो बार तो मुझे सिर्फ उसे बदलने के लिए जाना पड़ा…!

 

पुलिस वाले की थाने में संता की धुलाई कर रहे थे
थानेदार – बता तूने अपने दोस्त बंता को ट्रक के नीचे क्यों फेंका
संता – साहब वो तो खुद ही मरने वाला था इसलिए मैंने फेंक दिया
थानेदार – तुझे कैसे पता वो मरने वाला था ?
संता – वो दरअसल अपनी शादी के कार्ड बाँट रहा था
थानेदार – छोड़ दो ये बेचारा बेकसूर है

संता कथा में गया
पंडित थाली लेकर – चढ़ावा डाल दो सब लोग
संता – मेरी तरफ से ये 10 रुपये. संता की सास ने पीछे से संता तो 500 का नोट दिया संता ने थाली में डाल दिया
सास (शाम को) – आपने 500 का नोट थाली में क्यों डाला
संता – आपने ही तो दिया था
सास –अरे वो तो 10 रूपये निकालते टाइम तुम्हारी जेब से निकल गया था मैंने तुमको वापस किया था

 

By Akash