Kolkata, India - August 17, 2011: A disabled beggar seeks alms sat on the roadside near the Kalighat Hindu temple on August 17, 2011 in Kolkata, India. This photo was taken near to the main entrance of the temple.

आजकल जमाना सोशल मीडिया का है और ऐसे में अक्सर ही कोई न कोई नयी खबरे सामने आती रहती है और कभी कभी कुछ ऐसी खबरे भी वायरल हो जाती है जो की आपको भी सोचने पर मजबूर कर देगी और आज हम आपके लिए ऐसी ही हैरान कर देने वाली खबर आपके लिए लेकर आये है तो आइये जानते है |दोस्तों ऐसा हम अपने डेली लाइफ में हमेशा ही देखते है की जब भी हम ऑफिस या स्कूल जाते है तो हमारी माँ ,बहन या फिर पत्नी हमे रोजाना टिफिन बॉक्स देती है और कई बार ऐसा भी होता है की हमे रोज रोज एक ही तरह का खाना खाने को मिले तो हमे काफी गुस्सा भी आने लगता है |

वही कई बार इस वजह से हम झल्लाकर बोल  भी देते है की क्या रोज रोज एक ही तरह का खाना टिफिन में देती हो और मैं एक जैसा खाना खाकर बोर हो चुका हूँ और जब आप इस तरह से नाराज हो जाते है तब आपकी पत्नी या माँ आपको कुछ अलग बनाकर देती है ताकिन आप का गुस्सा शांत हो जाये और हममें से बहुत से लोगो के साथ ऐसा कभी न कभी तो जरुर ही हुआ होगा पर आज के इस पोस्ट में हम आपको जो किस्सा बताने जा रहे है वो इस कहानी से बिल्कुल ही उल्टी है और इस वाक्या में तो पति को बिना कुछ बोले ही अपनी पत्नी से हाँथ धोना पड़ गया तो आइये जानते है क्या है पूरा मामला |

बता दे ये मामला यूपी से सामने आया है और ये मामला है एक पति पत्नी का जिसमे पति का नाम आशीष है और पत्नी का श्रावस्ती और ये दोनों एक साथ  बेहद ही ख़ुशी से रह रहे थे और आशीष रोजाना ऑफिस जाया  करता था तो ऐसे में उसकी पत्नी श्रावस्ती रोजाना अपने पति के लिए टिफिन बनाती थी और उसे दे देती थी पर आशीष की पत्नी टिफिन में रोजाना एक ही तरह की सब्जी दे दिया करती थी और उसने करीब 20 दिनों  तक अपने पति के टिफिन में लौकी से सब्जी देती रही और इसके बावजूद भी पति आशीष नेअपनी पत्नी से कोई शिकायत नहीं किया बल्कि रोज उस टिफिन को  खाली करके ही घर आता था |

जब पत्नी ने लगातार उसका टिफिन बॉक्स चेक किया तब उसे  खुद ये बात खटकने लगी की मैं रोजाना इन्हें एक ही तरह की सब्जी बनाकर देती हूँ पर इसके बावजूद भी ये   मुझसे कभी कोई शिकायत नहीं करते और पूरा टिफिन भी खा लेते है ऐसा कैसे हो सकता है |वही अपने शक को दूर करने के लिए एक दिन श्रीवस्ति अपने पति को टिफिन देने के बाद उसका पीछा करते हुए गयी तब उसने देखा की  जो टिफिन वो रोज अपने पति को दिया करती थी वो टिफिन उसका पति रस्ते में बैठे एक भिखारी को दिया करता था और वो भिखारी उस खाने को बड़े ही मन से खा लेता है और ये देखकर जब श्रीवस्ति उस भिखारी के पास गयी |

तभी उस भिखारी ने श्रीवस्ति को देखते  ही कुछ रोमांटिक शायरी कह दी और वो सुनते ही श्रीवस्ति के दिल में उस भिखारी के लिए प्यार उमड़ आया और श्रीवस्ति को लगा जैसे उसे उसका बचपन का प्यार  मिल गया हो और फिर श्रीवस्ति ने बिना कुछ सोचे समझे  अपने पति आशीष को डाइवोर्स दे दिया और मन्दिर में जाकर उस भिखारी के साथ शादी रचा ली और आज ये दोनों पति पत्नी है और साथ में ही भीख मांगते है |दोस्तों ये मामला काफी अजीबोगरीब है और इसपर यकीन करना थोडा मुश्किल है पर ये मामला सच है |

By Anisha