हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री की आईकॉनिक फिल्म शोले में दिग्गज अभिनेता अमजद खान ने अपनी बेहतरीन अदायगी से गब्बर के किरदार में जान फूंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी |फिल्म शोले में गब्बर का दमदार किरदार निभा कर अमजद खान ने तहलका मचा दिया था और इस किरदार को अमर कर दिया| फिल्म शोले में काम करने के बाद अमजद खान रातों-रात सुपरस्टार बन गए और उनका नाम बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरहिट विलयन की सूची में शुमार हो गया |
अमजद खान आज हमारे बीच नहीं हैं परंतु उनके द्वारा निभाए गए किरदार और उनकी फिल्में आज भी लोगों के जेहन में बसी हुई है | अमजद खान की बेहतरीन अदाकारी और उनके अंदाज के लिए आज भी लोग उन्हें याद करते हैं|अमजद खान ने फिल्मी पर्दे पर भले ही खूंखार विलेन का किरदार निभा कर दर्शकों को खूब डराया है परंतु असल जिंदगी में अमजद खान बेहद थी शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं जिसके चलते उनका जीवन काफी तनाव में बीता था| आपकी अपने इस पोस्ट में हम आपको अमजद खान के निजी जिंदगी के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जिसके बारे में शायद ही आप पहले से जानते होंगे|
शोले फिल्म के गब्बर यानी कि अमजद खान का फिल्मी करियर तो काफी ज्यादा सुपरहिट रहा है परन्तु असल जिंदगी में एक्टर ने काफी उतार चढ़ाव देखे थे और वही अमजद खान की जिंदगी में एक ऐसा भी वक्त आया था तब एक्टर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गयी थी और पैसों की तंगी के चलते एक्टर इतना ज्यादा बेबस हो गये थे की उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे की वो पैसे देकर अपनी पत्नी को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करवा सके और घर ले जा सके |
दरअसल अमजद खान की पत्नी ने अपने बेटे को जन्म दिया था और डिलीवरी के बाद उन्हें अपनी पत्नी को अस्पताल से डिस्चार्ज करवा कर घर ले जाना था परंतु अमजद खान के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अस्पताल की फीस भरकर अपनी पत्नी को डिस्चार्ज करवा सके परंतु कहा जाता है कि जब कोई नहीं होता है तब खुदा होता है | वही अमजद खान के इस बेबसी की जानकारी फिल्म प्रोडक्शन चेतन आनंद को लग गई और यह खबर मिलते ही चेतन आनंद तुरंत अमजद खान से मिलने हॉस्पिटल आई और उन्होंने पैसे देकर अमजद खान की पत्नी और बेटे को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाया| आपको बता दें इस बात का खुलासा खुद अमजद खान के बेटे शादाब ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान किया था|
दरअसल अमजद खान ने जिस दिन फिल्म शोले साइन की थी उसी दिन उनके बेटे शाहबाद का जन्म हुआ था और अमजद खान के बेटे शादाब खान ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि,” जिस दिन मेरा जन्म हुआ था उस वक्त इतने पैसे नहीं थे मेरे पिता के पास की वह हमें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करवा सके|वही पिता की बेबसी देखकर मेरी मां रोने लगी थी और मेरे पिता शर्म के मारे अपना चेहरा तक मेरी मां को नहीं दिखा पा रहे थे इतना ही नहीं वह हॉस्पिटल भी नहीं आ रहे थे| वही जब डायरेक्टर चेतन आनंद को इस बात की जानकारी हुई तब उन्होंने हॉस्पिटल आकर ₹400 की फेस भरी और मुझे और मेरी मां को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करवाया|
गौरतलब है कि अमजद खान 51 साल की उम्र में साल 1992 में दिल का दौरा पड़ने की वजह से अपने को हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे और आज अमजद खान भले ही हमारे बीच नहीं हैं परंतु फिल्म शोले के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है और उनका गब्बर का किरदार लोगों के जहन में बसा हुआ है| अमजद खान ने अपने 20 साल के फिल्मी करियर में 132 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था और अपनी बेहतरीन अदाकारी और शानदार डायलॉग से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हुए थे|