बॉलीवुड के बादशाह यानी कि शाहरुख खान की बादशाहत आज भी कायम है जिसका अंदाजा शाहरुख खान की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘पठान’ की सफलता से लगाया जा सकता है| लंबे समय के बाद शाहरुख खान ने स्पाई-थ्रिलर फिल्म ‘पठान’ के साथ बड़े पर्दे पर वापसी किया है और वही अब ये फिल्म रोज नए रिकॉर्ड बना रही है वही बॉक्स ऑफिस पर भी रिलीज के बाद से ही शाहरुख खान की फिल्म पठान बंपर कमाई कर रही है|
शाहरुख खान दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान इस साल की पहली ऐसी फिल्म बन गई है जो कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के पिछले सभी रिकॉर्ड ब्रेक करती हुई नजर आ रही है और हर तरफ से इस फिल्म को दर्शकों का पॉजिटिव रिस्पांस मिल रहा है| शाहरुख खान की इस फिल्म को सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है और ऐसे में शाहरुख खान इस बड़ी कामयाबी के बाद बेहद खुश नजर आ रहे हैं|
वही शाहरुख खान के लाखों करोड़ों फैंस एक्टर की एक झलक पाने के लिए बेहद एक्साइटेड रहते हैं और वही शाहरुख खान भी अपने प्रशंसकों को कभी निराश नहीं करते और कई खास मौकों पर शाहरुख खान अपने घर मन्नत की बालकनी में खड़े होकर अपने प्रशंसकों से मुलाकात करते हैं और उनका अभिवादन स्वीकार करते हैं|
शाहरुख खान ने हाल ही में ‘पठान’ की सफलता के कार्यक्रम के दौरान अपने घर मन्नत की बालकनी में बार-बार आने के बारे में बताया है| शाहरुख खान ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा की,” मैं सच कहूं तो जब मेरी फिल्म हिट नहीं होती तब पर भी मेरे फैंस मुझे उसी तरह का प्यार देते हैं| मेरे परिवार के बुजुर्गों ने एक बार मुझसे कहा था कि जब भी तुम उदास महसूस करो तो सबसे पहले उनके पास जाओ जो तुम्हें प्यार देते हैं..|
शाहरुख खान ने आगे कहा कि,” यदि हमारे जीवन में कुछ गलत हो रहा है या गलत हो जाता है तो हमें यह समझना चाहिए कि हम सभी के जीवन में कुछ चीजें होंगी जो गलत होंगी, जीवन ऐसा ही है और ऐसा होना चाहिए| अच्छे दिन और बुरे दिन इसी जीवन में देखने को मिलते हैं..”शाहरुख खान ने आगे कहा कि,” बड़े बुजुर्गों ने मुझे बताया था कि जब भी कभी मन उदास हो या बेहद खुश हो तो उन लोगों के पास मत जाना जिनके साथ तुम काम करते हो, उन लोगों के पास मत जाओ जो तुम्हें चीजें बेहतर कैसे करना है यह बताते हैं बल्कि उनके पास जाओ जो तुम पर प्यार लुटाते हैं|
मैं खुद को बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली मानता हूं क्योंकि मुझे प्यार देने वाले लाखों-करोड़ों लोग हैं और इस वजह से जब भी मैं उदास महसूस करता हूं तब मैं अपने घर की बालकनी पर चला जाता हूं और जब भी मैं बहुत खुश होता हूं तब पर भी मैं अपने घर की बालकनी पर जाता हूं| ईश्वर मुझ पर इतनी मेहरबान रहे हैं कि उन्होंने हमेशा मुझे बालकनी का टिकट दिया है..”|ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है |