बॉलीवुड इंडस्ट्री की चमक धमक वाली इस दुनिया के पीछे एक और दुनिया है जो की अँधेरे से भरी हुई है और इस दुनिया का सच कभी कभार भी सामने आता है |हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसे दिग्गज कलाकार रहे है जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर इंडस्ट्री पर लम्बे समय तक राज किया है पर वही जीवन के अंतिम दिनों में इन सितारों का सुध लेने वाला कोई नहीं बचा था और इन्ही कलाकारों में से एक है बॉलीवुड की जानी मानी अदाकारा अचला सचदेव जिन्होंने अपनी खूबसूरती और अदाकारी के दम पर लोगो के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई थी और वही अचला ने बॉलीवुड की कई फिल्मो में माँ और दादी माँ किरदार भी बखूबी निभाया है जिसे लोग आज भी याद करते है |

अचला सचदेव बॉलीवुड की एक बेहद ही दोग्ग्ज अदाकारा थी और इन्होने अपने एक्टिंग करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मो में काम किया है और वही अचला फिल्मो में माँ के किरदार के लिए भी काफी ज्यादा मशहूर थी और इतना ही नहीं अपने ज़माने में अचला बॉलीवुड की  “चहेती माँ” के रूप में भी जानी जाती थी |वही पर्दे पर माँ का रोल निभाकर दर्शकों का भरपूर प्यार बटोरने वाली अचला सचदेव अपने जीवन के अंतिम समय में लोगो के जरा से प्यार के लिए भी तरसती रह गयी और निजी जीवन में अचला के अंतिम साँस तक उनकी सुध लेने वाला कोई भी नहीं था और वो अपने अंतिम दिनों में अपनों के  प्यार के लिए तरसती ही रह गयी और दुनिया को अलविदा कह गयी थी |

अचला सचदेव ने अपने अभिनय करियर में करीब 250 से भी ज्यादा फिल्मो में काम किया था और इन्होने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी पर इन्हें इनके करियर में सबसे बड़ी सफलता साल 1965 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘वक्त’ से मिली थी जो की इनके करियर की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी और इस फिल्म में अचला ने बलराज साहनी की पत्नी का किरदार निभाया था और फिल्म में अचला के अभिनय को बेहद पसंद किया गया और इसके बाद अचला ने ज्यादातर फिल्मो में माँ का ही किरदार निभाया और खूब पॉपुलैरिटी हांसिल की थी |

अचला ने शाहरुख़ खान स्टारर फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ में काजोल की दादी माँ का किरदार भी निभाया था और इसके बाद अचला कभी खुशी कभी गम, और ना तुम जानो ना हम, जैसी कई सुपरहिट फिल्मो में भी नजर आई थी |बता दे अचला की आखिरी फिल्म ‘कल हो ना हो’ थी जो की साल 2002 में रिलीज़ हुई थी और इसके बाद अचला एक्टिंग की दुनिया  से दूर हो गयी और पूरी तरह से गुमनामी के अँधेरे में खो गयी और वही साल 2002 में ही अचला के पति क्लिफर्ड डगलस पीटर्स भी इस दुनिया को अलविदा कह गये |

अचला की एक बेटी और एक बेटा ज्योतिन भी हुए और ये दोनों अमेरिका में अब शिफ्ट हो चुके है वही अचला की बेटी का अपनी माँ से फ़ोन पर कभी कभार बाते होती थी पर बेटे के साथ उनका कोई संपर्क नहीं था और अपने अंतिम साँस तक अपने बेटे  को देखने और उससे बात करने के लिए अचला तरसती रह गयी और 30 अप्रैल 2012 को 91 साल की उम्र अचला इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गयी थी |

 

By Anisha