गुजरे 90 के दशक में दर्शकों के बीच धार्मिक धारावाहिकों का चलन काफी अधिक देखने को मिलता था| उन दिनों मशहूर निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण और महाभारत का दर्शकों के बीच एक अलग ही चलन देखने को मिलता था, और इसी वजह से धारावाहिकों के साथ-साथ इनमें तमाम किरदारों को निभाते नजर आने वाले कलाकारों ने भी दर्शकों के बीच अपनी एक अहम पहचान हासिल की थी|
एक ऐसा दौर था जब कई लोगों के घर पर तो टीवी तक नहीं हुआ करता था, जिस वजह से लोग एक दूसरे के घरों पर जाकर भी इन सीरियल्स को देखते थे| इसके अलावा दिनों टीवी के आगे बैठकर ही कई लोग फ्री लाइफ में नजर आए भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण को भी पूजते थे|
ऐसे में अपनी आज की इस पोस्ट के जरिए हम आपको एक ऐसे ही अभिनेता से मिलाने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने निभाए गए किरदार से लाखों दर्शकों का प्यार और सम्मान हासिल किया था, और इसके साथ-साथ उस दौर में इन्होंने गजब की लोकप्रियता भी हासिल की थी|
यह अभिनेता कोई और नहीं बल्कि,एक्टर अरुण गोविल थे, जिन्हें रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण में भगवान श्री राम के किरदार को निभाते हुए देखा गया था| पर आपकी जानकारी के लिए बता दें, एक तरफ ध्यान नहीं इस किरदार की वजह से लाखों दर्शकों का प्रेम और सम्मान मिला था, वहीं दूसरी तरफ इस किरदार की वजह से उन्हें आगे चलकर काम पाने में काफी संघर्षों का सामना भी करना पड़ा था, जिसका खुलासा खुद अभिनेता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था|
अभिनेता अरुण गोविल के मुताबिक भगवान राम की केदार को निभाने के बाद उन्हें घर-घर में जहाँ एक अहम पहचान हासिल हुई थी, वहीं दूसरी तरफ इसके बाद उन्हें फिल्मों में काम मिलना बिल्कुल बंद हो गया था| उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने फिल्मी कैरियर की शुरूआत हिंदी फिल्मों के जरिए की थी, जिसके बाद उन्हें रामानंद सागर द्वारा रामायण में भगवान श्री राम के किरदार मैं नजर आने का मौका मिला था|
लेकिन, इसके बाद जब अरुण गोविल दोबारा से निर्माताओं निर्देशकों के पास फिल्मों में काम पाने के लिए पहुंचे तो उनसे ऐसा कहा गया कि दर्शकों के बीच उनकी छवि भगवान श्रीराम की बनती है, और इसी वजह से किसी और तरह के रोल में वह उन्हें कास्ट नहीं कर सकते और ना ही वह उन्हें किसी सपोर्टिंग रोल में पेश कर सकते हैं| और कहीं ना कहीं है उनके कैरियर के लिए एक बड़ा माइनस पॉइंट साबित हुआ|
अरुण गोविल के मुताबिक कई निर्माता निर्देशकों से यह बात सुनने के बाद धीरे-धीरे बात का उन्हें भी एहसास होने लगा कि शायद वह दोबारा कभी बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं बन पाएंगे, जैसा कि वह हमेशा से चाहते थे| उन्होंने बताया कि फिल्मों में कामना मिलने के बाद उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में काम किया, लेकिन जब उनसे कभी कोई गलती होती थी तो लोग उन्हें टोकते हुए ऐसा भी कह देते थे कि- अरे, रामजी आप ये क्या कर रहे हैं! जिसे कई बार वह काफी निराश भी हो जाते थे|