हमारे हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसे कलाकार रहे हैं जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से अपने किरदारों को जीवंत किया है और फिल्मों में निभाए गए इनके किरदारों की वजह से इन्हें आज भी याद किया जाता है और इन्हीं  कलाकारों में से एक हैं बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा ललिता पवार और ललिता पवार का नाम सुनते ही  हर किसी के दिमाग में एक खूंखार सासू मां की छवि बनकर  सामने आ जाती है     दरअसल अभिनेत्री ललिता पवार ने 60 ,70 और  80 के दशक में बॉलीवुड की कई फिल्मों में  ऐसी सासु मां का किरदार निभाया है जो कि अपनी बहुओं पर काफी  जुल्म ढाती थी  इस वजह से लोगों के मन में ललिता पवार की छवि भी कुछ ऐसी ही बनी हुई है|

ललिता पवार का जन्म 18 अप्रैल साल 1916 को नासिक में हुआ था और ललिता पवार ने अपने अभिनय करियर में कई सुपरहिट फिल्में और कई सुपरहिट सीरियल्स में काम किया था  और ललिता पवार  ने रामानंद सागर की “रामायण’ में मंथरा का किरदार भी निभाया था और इस किरदार की वजह से ललिता को काफी ज्यादा पापुलैरिटी हासिल हुई थी |

और वही अपने अभिनय कैरियर में ललिता पवार ने करीब 700 से भी ज्यादा फिल्मों में मां  या फिर  सास का  किरदार निभाया था और  अपने अभिनय के दम पर  ललिता पवार लंबे समय तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज की थी |

आपको बता दें ललिता का असली नाम अंबा था और ललिता को बचपन से ही अभिनय में बेहद रूचि थी जिस वजह से ललिता पवार ने महज  11 साल की उम्र में  बतौर  चाइल्ड आर्टिस्ट थिएटर में काम करना शुरू कर दी थी और अपनी जवानी के दिनों में ललिता पवार दिखने में बला की खूबसूरत नजर आती थी और ललिता पवार को  उन दिनों बॉलीवुड की सबसे महंगी एक्ट्रेस के रूप में जाना जाता था|

ललिता पवार एक बेहतरीन अदाकारा होने के साथ-साथ एक बेहतरीन सिंगर दी थी और वो एक्टिंग के साथ-साथ फिल्मों में गाना भी गाती थी| वही ललिता पवार अपने जमाने में अपने बोल्ड अंदाज के लिए भी जानी जाती थी और फिल्मों में ललिता पवार कई तरह के स्टंट सीन भी करने से पीछे नहीं हटती थी और ललिता पवार एक मल्टी टैलेंटेड अभिनेत्री के रूप में बॉलीवुड में मशहूर थी|

ललिता पवार ने बॉलीवुड में काफी कामयाबी हासिल की थी लेकिन साल 1942 में फिल्म ‘जंग-ए-आजादी’ के  शूटिंग के दौरान ललिता पवार के साथ एक भयानक हादसा हो गया जिस वजह से एक्ट्रेस  के शरीर का दाहिना भाग पैरालाइज हो गया और इस लकवे की वजह से एक्ट्रेस की दाहिनी आंख पूरी तरह से सिकुड़ गई और उनका चेहरा खराब हो गया जिसके बाद बॉलीवुड में ललिता पवार को काम मिलना बंद हो गया  लेकिन ललिता पवार ने कभी हिम्मत नहीं हारी और वह अपनी कोशिश जारी रखें जिसके बाद साल 1948 में ललिता पवार को फिल्म  ‘गृहस्थी’ में  काम करने का एक बार फिर से अवसर प्राप्त हुआ|

बात करें ललिता पवार के पर्सनल लाइफ की तो ललिता पवार ने निर्माता गणपतराव से शादी रचाई थी लेकिन इनकी शादी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई क्योंकि ललिता के पति ने उन्हें धोखा देकर  उनकी छोटी बहन से शादी रचा ली जिस वजह से ललिता पवार  बुरी तरह टूट गई और वही 24 फरवरी साल 1998 को ललिता पवार ने अपनी अंतिम सांस ली और इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गई|

बता दे  ललिता पवार अपने  पुणे स्थित बंगले आरोही में रहते हुए अकेले ही  अपनी अंतिम सांस ली और   दुनिया को अलविदा कह गई दरअसल जिस वक्त ललिता पवार  ने   अपनी जान गवाई थी उस वक्त उनके पति राज प्रकाश  हॉस्पिटल में एडमिट थे तो वही उनका बेटा अपने परिवार के साथ मुंबई में था  और ललिता पवार के गुजर जाने के  3 दिन बाद   उनके बेटे को इसकी खबर दी गई और तब तक किसी ने भी ललिता पवार के पार्थिव शरीर को नहीं छुआ और जब पुलिस को  इस बात की जानकारी हुई तब  पुलिस दरवाजा तोड़कर  ललिता पवार के पार्थिव शरीर को बाहर निकाला था और उनका अंतिम संस्कार किया गया था

By Anisha