कला की दुनिया की महान गायिका स्वर कोकिला लता मंगेशकर यानी हमारी प्यारी लता दीदी आज हमारे बीच नहीं है| बता दे बीते रविवार कि सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली और पंचतत्व से बने इस शरीर और नश्वर संसार को त्याग कर स्वर कोकिला हमेशा के लिए शांत हो गई| लता मंगेशकर का कल श्याम राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया और 2 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है| लता मंगेशकर को सम्मान देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को आधा झुकाया गया|

बता दे लता मंगेशकर के इस दुनिया को छोड़ जाने के बाद देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है और हर कोई लता दीदी को श्रद्धांजलि दे रहा है| लता मंगेशकर का निधन कला की दुनिया की एक अपूर्णीय छति है और अब लता दीदी के इस दुनिया को छोड़ जाने के बाद दुनिया में सिर्फ उनकी यादें रह गई है और ऐसे में उस खालीपन को भरने के लिए लता दीदी से जुड़े काफी सारी किस्से इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं| आज हम आपको लता मंगेशकर और उनकी बहन आशा भोसले से जुड़ा एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे|

स्वर कोकिला लता मंगेशकर को पूरा संसार लता मंगेशकर के नाम से ही जानता है परंतु आपको बता दें यह नाम लता दीदी का शुरुआती नाम नहीं था और जब लता दीदी का जन्म हुआ था तब इनका नाम हेमा रखा गया था और पूरा परिवार इन्हें मां के नाम से ही पुकारते थे वही जब लता मंगेशकर 5 साल की हो गई तब इन्होंने स्वयं अपना नाम बदलकर हेमा से लता मंगेशकर कर दिया और इसी नाम से लता मंगेशकर को आज पूरी दुनिया जानती है|

1 ही दिन गईं स्कूल

खबरों के मुताबिक लता मंगेशकर अपने जीवन में केवल 1 दिन ही स्कूल गई थी और इसका कारण थी उनकी बहन आशा भोसले| दरअसल लता मंगेशकर जब पहले दिन स्कूल गई तब उन्होंने अपने साथ अपनी बहन आशा भोसले को भी ले गई परंतु स्कूल वालों ने बताया कि अगर आशा भोसले भी स्कूल में पड़ेगी तो उनकी अलग से फीस देनी होगी और उस वक्त लता मंगेशकर के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी | ऐसे ने लता मंगेशकर ने अपनी बहन आशा भोसले का स्कूल में एडमिशन करवा दिया और खुद अपना नाम कटवा दिया ताकि उनकी छोटी बहन अपनी शिक्षा पूरी कर सकें|

लता मंगेशकर अपनी जिंदगी में सिर्फ 1 दिन ही स्कूल गई थी पर दिलचस्प बात तो यह है कि लता मंगेशकर भले ही एक भी क्लास पढ़ी न हो परंतु लता लता दीदी ने 6 अलग-अलग विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है अर्थात लता मंगेशकर सिर्फ लता मंगेशकर नहीं बल्कि डॉक्टर लता मंगेशकर है|

लता मंगेशकर का जीवन उपलब्धियों से भरा है और स्वर कोकिला को हर वह सम्मान मिल चुका है जो की कला को नमस्कार करता है| लता मंगेशकर आज भले ही हमारे बीच इस दुनिया में नहीं है परंतु उनकी आवाज इस दुनिया में हमेशा जिंदा रहेगी और लोगों के दिलों पर लता मंगेशकर हमेशा राज करती रहेंगी|

By Anisha