हिंदी फिल्म जगत के दिग्गज अभिनेता राजकुमार अपने जमाने के टॉप अभिनेताओं में शामिल हुआ करते थे, जिन्होंने अपने फिल्मी कैरियर में तकरीबन 70 से अधिक फिल्मों में काम किया था और उन्हीं के दम पर गजब की सफलता और लोकप्रियता भी हासिल की थी| राजकुमार अपने जमाने के उन अभिनेताओं में शामिल थे, जो फिल्मों में नजर आने के लिए मुंह मांगी कीमत लेते थे और इसके बाद भी उनके पास फिल्म मेंकर्स की लाइन लगी रहती थी|

उस जमाने में अभिनेता लाखों दिलों पर राज करते थे और सिर्फ फिल्मों में उनके नजर आने से लाखों दर्शकों उन फिल्मों को देखने पहुंच जाते थे| लेकिन, इसके बावजूद भी जब अभिनेता राजकुमार की अंतिम यात्रा हुई थी, तो उसे काफी गुपचुप तरीके से किया गया था और इस बारे में लोगों को पता भी नहीं चला था|

अंतिम संस्कार को लेकर कही थी बात

अभिनेता राजकुमार तकरीबन 2 साल तक कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे, और आखिरकार जुलाई 1996 में अभिनेता हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गए| लेकिन, इसके बाद उनकी अंतिम संस्कार की विधि को काफी चुपचाप किया गया था और इसके पीछे भी एक खास वजह थी, इस बारे में अपनी आज के इस पोस्ट में हम बात करने जा रहे हैं|

दरअसल, इस दुनिया से गुजर जाने के पहले ही राजकुमार ने अपने साथ इंडस्ट्री में काम करने वाले एक साथ ही से ऐसा कहा था कि वह नहीं चाहते कि उनकी अंतिम संस्कार विधि में फिल्म इंडस्ट्री से कोई भी शख्स शामिल हो|

‘मरते दम तक’ की शूटिंग के दौरान की बात

इस बात की जानकारी फिल्म निर्देशक मेहुल कुमार ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान दी थी, जहां उन्होंने बताया था कि- यह बात साल 1987 की है, जब राजकुमार फिल्म मरते दम तक की शूटिंग कर रहे थे, वारिस फिल्म का आखिरी शॉट राजकुमार के अंतिम संस्कार कथा, जो फरियाज होटल, खंडाला के बाहर शूट किया गया था| इस दौरान डायरेक्टर ने उनकी बॉडी पर जोर देते हुए एक हार भी चढ़ाने को कहा था|

वह तब वैन में लेटे हुए थे और उनपर एक माला चढ़ा दी

उस घटना के बारे में बात करते हुए मेहुल कुमार ने बताया कि- जब राजकुमार वन में लेटे हुए थे, तब उन्होंने उनके ऊपर एक हार चढ़ा दिया था| इसके बाद राज साहब ने मजाक मजाक में कहा था- जानी अभी हार पहना लो, जब जाएंगे तुम्हें पता ही नहीं लगेगा| लेकिन, मेहुल कुमार में अधिक कुछ ना कहते हुए बस इतना कहा कि, वि चाहते हैं उनकी उम्र लंबी हो!

‘श्मशान यात्रा को तमाशा बना देते हैं’

इस घटना ने मेहुल कुमार के दिल में कुछ सवाल छोड़ दिए, जिसके बाद वह खुद राजकुमार के पास पहुंचे और उन्होंने इसे लेकर उनसे सवाल किया| तब उनके जवाब में राजकुमार ने कहा कि-‘जानी, तुमको मालूम नहीं, फिल्म लाइन में शमशान यात्रा को तमाशा बनता देखते हैं|सफेद कपड़ों में लोग और फिर मीडिया और प्रेस वाले| सबके बीच जो लोग गुजर चुके हैं उन्हें श्रद्धांजलि देने की जगह तमाशा बन जाता है| इसीलिए मेरा अंतिम संस्कार मेरे परिवार के लिए होगा, जिसे परिवार के अलावा कोई और अटेंड भी नहीं करेगा|’

By Anisha