अगर 80 और 90 के दशक की बॉलीवुड अभिनेत्रियों की बात करें तो साल 1954 में मद्रास में जन्मी रेखा का नाम एक अलग स्थान पर है| रेखा को पूरे बॉलीवुड में लीजेंडरी एक्ट्रेस के नाम से जाना जाता है जिन्होंने अपनी खूबसूरती और दमदार एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड की लगभग सभी अभिनेत्रियों को टक्कर दी है| और यही कारण है कि ये अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी अधिक सुर्खियों में रही हैं| हम आपको बता दें के आज इंडस्ट्री से इतने सालों दूर रहने के बाद भी रेखा के लिए फैंस का प्यार कम नहीं हुआ है|

अगर उन दिनों की बात करें जब रेखा फिल्म जगत का हिस्सा हुआ करती थी तो इन दिनों बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ इनके अफेयर की खबरें काफी अधिक सुनने को मिलती थी| लेकिन बाद में साल 1990 में एक बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल संग शादी रचा ली जिसके बाद अमिताभ बच्चन और रेखा के अफेयर की खबरें लगभग पूरी तरह समाप्त हो गयी|

वहीँ दूसरी तरफ अमिताभ बच्चन नें भी जया बच्चन संग शादी रचाकर जिंदगी में आगे बढने का फैसला ले लिया था| लेकिन दुखद बात यह रही के शादी के कुछ महीने बाद ही मुकेश अग्रवाल हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए| पर यहां गौर करने वाली बात यह है ऐसा होने के बाद भी आज रेखा अपनी मांग में सिंदूर क्यों भरती हैं…

रेखा की कहे तो अभी तक इस सवाल का जवाब एक्ट्रेस ने नहीं दिया है| हालांकि अगर इन के फिल्मी करियर पर नजर डालें तो बता दे के रेखा ने अपने बचपन के दिनों में ही अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कर दी थी और पहली बार एक तेलुगू फिल्म रंगुला रत्नम में रेखा बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट देखी गई थी जिसके बाद वक्त के साथ इन्होने हिंदी सिनेमा का भी रुख किया|

वही बात करें अगर एक्ट्रेस के फिल्मी करियर की तो बता दें के अपने करियर में रेखा नें एक से बढ़कर एक हिट और सुपरहिट फिल्में दी है| जिनमें खून भरी मांग, मुसाफिर, खून पसीना, खिलाड़ियों का खिलाड़ी, प्रेम बंधन, कोई मिल गया और नागिन जैसी शानदार फिल्में शामिल हैं| और अपने शानदार फिल्मी करियर के दौरान रेखा ने खूब सारी दौलत शोहरत की कमाई थी|

रेखा को टॉक शो में भी देखा गया था जहां पर उन्होंने अपने जीवन के अकेलेपन का जिक्र करने के साथ-साथ इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे उन्होंने अपने अकेलेपन का भरपूर आनंद लिया|  इसके अतिरिक्त एक्ट्रेस ने बताया कि उनका सपना था कि वह कुल 5 बच्चों की मां बने लेकिन उनका यह सपना अधूरा ही रह गया| हालांकि इस बात का अब उन्हें अधिक दुख नहीं है क्योंकि उनके पास एक डॉग था और उसी को वो अपना सारा प्यार देती थी| लेकिन कुछ वक्त बाद रेखा का यह डॉग भी इन्हें अकेला छोड़ गया| इसके बाद एक दूसरे डॉग को इन्होंने गोद लिया था|

वही दूसरे डॉग के अलावा रेखा को एक बिल्ली भी पसंद आई थी और उसे भी उन्होंने अडॉप्ट कर लिया है और ऐसे में इन दिनों रेखा अपना अधिकतर वक्त अपनी इन्हीं दोनों पेट्स के साथ बताती हैं और इन्हें ही ये अपने बच्चों की तरह ट्रीट करती है|

By Akash