साल 2020 में कोरोना महामारी की वजह से न जाने कितनी जिंदगियां तबाह हो गयी और न जाने कितने लोग बेरोजगार हो गये और देश और दुनिया पर इस कोरोना महामारी ने जमकर कहर बरपाया है और वही इस कोरोना का असर हमारे बॉलीवुड इंडस्ट्री पर भी पड़ा है क्योनिक कोरोना की वजह से पुरे देश और दुनिया में लॉक डाउन लगा दिया गया था और ऐसे में न ही कोई फिल्म बनी और न ही कोई सीरियल |

ऐसे में कई कलाकार और साथ ही बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम करने वाले एक्टर, क्रू मेंबर्स और कैमरापर्सन भी इस लॉक डाउन और कोरोना की वजह से बेरोजगार हो गये और काम न मिलने की वजह से कई लोग तो मुंबई छोड़कर अपने गांव चले गये और कुछ ऐसा ही हाल हुआ है हमारे बॉलीवुड की यंग कैमरा असिस्टेंट सुचिस्मिता राउत्रे की और इन दिनों इनकी कहानी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है |

आपको बता दे कोरोना महामारी के चलते सुचिस्मिता राउत्रे को मुंबई में कोई नाम नहीं मिल पा रहा था और तब सुचिस्मिता राउत्रे के पास कमाई को कोई भी जरिया नहीं बचा था और लॉक डाउन के दौरान सारी इंडस्ट्रीज भी बंद हो गयी थी और ऐसे में सुचिस्मिता राउत्रे को मजबूरन वापिस अपने गांव लौटना पड़ा |

बता दे सुचिस्मिता राउत्रे इन दिनों अपने होमटाउन ओडिशा के कटक में अपनी जिंदगी बिता रही है और अपनी जीविका चलाने के लिए सुचिस्मिता राउत्रे इन दिनों मोमोज की दूकान लगाने लगी है और मोमोज बेचकर सुचिस्मिता राउत्रे अपना और अपने परिवार का खर्च उठा रही है और जब मीडिया  की  नजर उनपर पड़ी  तब से सुचिस्मिता राउत्रे काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में आ गयी है और हर तरफ इनकी चर्चाएँ चल रही है |

बता दे हाल ही में सुचिस्मिता राउत्रे ने अपने एक मीडिया इंटरव्यू  में बातचीत के दौरान ये बताया है की वे बॉलीवुड इंडस्ट्री में पिछले 6 सालों से काम कर रही है और वो बॉलीवुड के कई सितारों को काफी अच्छे से जानती है और साथ ही सुचिस्मिता राउत्रे ने बताया की जब कोरोना महामारी की वजह से उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था और वो बेरोजगार हो गयी थी और वापिस अपने गांव लौटना चाहती तिह तब उस मुश्किल वक्त में बॉलीवुड के अमिताभ बच्चन और सलामन खान ने उनकी काफी मदद की और उनके  मदद से ही सुचिस्मिता राउत्रे वापिस अपने गांव लौट पाई थी |

सुचिस्मिता राउत्रे ने इस इंटरव्यू में बताया की उनके पास घर लौटने के पैसे तक नहीं बचे थे और जब बिग बी और सलमान खान को इस बारे में  पता चला तब इन्होने हमारी काफी मदद की और हमारे पुरे क्रू को फंड दिया जिससे मदद से हम अपने होमटाउन लौट सके.”वही सुचिस्मिता राउत्रे अपने घर वापिस लौटने के बाद इन दिनों अपनी जीविका चलाने के लिए कटक के झानजिरीमंगला में मोमोज का स्टॉल लगा रही है उन्हें रोजाना इससे करीब 300 से 400 रुपये की आमदनी हो जाती है|

बता दे सुचिस्मिता ने बताया है की वे मोमोज बनाना अपने रूममेट से सीखी थी जो की मुंबई में उनके साथ रहती थी |बता दे सुचिस्मिता के पिता इस दुनिया में नहीं है और पिता के गुजर जाने के बाद सुचिस्मिता के घर में उनके सिवा कोई और कमाने वाला नहीं है और सुचिस्मिता अपने घर में अपनी बूढी माँ  के साथ रहती है |

 

By Anisha