रोजमर्रा की तमाम खबरों के बीच अक्सर हमारे बीच कुछ ऐसी खबरें सामने आ जाती हैं, जिन्हें जानने के बाद ना केवल हम काफी हैरत में पड़ जाते हैं बल्कि इसके साथ साथ कई बार हमारे मन में इन खबरों के बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुकता भी बढ़ जाती है| ऐसे मैं अपनी आज की इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे ही खबर से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो कि बिहार राज्य के बक्सर से सामने आ रही है…
दरअसल, बक्सर के रहने वाले एक शख्स जयप्रकाश यादव इन दिनों खुद से जुड़ी कुछ खबरों की वजह से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं और ऐसे में अपनी आज की इस पोस्ट के जरिए हम आपको इसी बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं| जयप्रकाश यादव की बात करें तो, यह बिहार के बक्सर में रहने वाले एक आम आदमी जैसे ही हैं, जो इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में रहने वाली विक्टोरिया के साथ अपनी अनोखी लव स्टोरी की वजह से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं|
अपनी उच्चतर शिक्षा पाने के लिए जय प्रकाश यादव भारत के बाहर ऑस्ट्रेलिया गए हुए थे, और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के जिला में रहने वाली विक्टोरिया के साथ इसी दौरान उनकी दोस्ती हो गई| इसके बाद धीरे-धीरे जयप्रकाश यादव और विक्टोरिया के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी, और यह दोनों खुद भी इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाएगी किस तरह की दोस्ती प्यार में बदल गई|
गुजरते वक्त के साथ यह दोनों एक दूसरे के इतने करीब आ गए कि यह दोनों एक दूसरे से अलग नहीं हो पा रहे थे, और इसी वजह से इन्होंने अपने प्यार के रिश्ते को शादी में बदलने का फैसला ले लिया| एक दूसरे के साथ शादी करने के लिए इन्होंने सबसे पहले अपने-अपने परिवारों से सहमति ली, और इसके बाद यह दोनों आखिरकार शादी के बंधन में बंध गए|
बिहार के बक्सर स्थिति मैरिज हॉल में पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों से शादी करते हुए यह दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए| जयप्रकाश यादव और विक्टोरिया की शादी पर ना केवल इन दोनों परिवार के सदस्य को बेहद खुश देखा गया, बल्कि इसके साथ साथ इन दोनों की यह शादी काफी खबरों और सुर्खियों में भी नजर आई, जिसकी चर्चा पूरे इलाके में हो गई| जानकारी के लिए बता दे, जयप्रकाश यादव के पिता का नाम नंदलाल सिंह यादव है, जो कि बक्सर के कुकुड़ा पंचायत के मुखिया रह चुके हैं|
वहीं दूसरी तरफ अगर विक्टोरिया की बात करें तो, उनके पिता का नाम स्टीवन टॉकेट और उनकी मां का नाम अमेंटा टॉकेट है| बिहार के कल्चर को देखते हुए विक्टोरिया के पिता काफी प्रभावित हुए थे, और अपनी बेटी को अपने हाथों में मेहंदी रचाई हुए देखकर भी उन्हें काफी खुशी हुई थी| इसके अलावा पिता होने के नाते उन्होंने कन्यादान की रस्म भी की, और उनके मुताबिक ये अनुभव उनके लिए बेहद खास और अच्छा रहा| विक्टोरिया के पिता स्टीवन अपनी बेटी के ससुराल पहुंचकर काफी खुश है और उन्हें यह उम्मीद है कि उनके नये दामाद के साथ उनकी बेटी हमेशा खुश रहेंगी|