ग्लैमर इंडस्ट्री की बात करें तो आज हमारे बीच ऐसे कई सितारों के नाम मौजूद हैं जिनकी किस्मत रातो रात चमक गई है| लेकिन वहीं दूसरी तरफ हमारे बीच आज कई ऐसे सितारे भी मौजूद हैं जिन्होंने एक वक्त तो लाखों दर्शकों के दिलों पर राज किया पर वक्त के साथ-साथ की लोकप्रियता भी कम होती गई और धीरे-धीरे इनका करियर गुमनामी के अंधेरे में खोता चला गया| ऐसे में अपनी आज किस पोस्ट के जरिए हम आपको एक ऐसे ही सितारे से मिलाने जा रहे हैं जिन्हें एक वक्त काफी दौलत और शोहरत हासिल हुई थी पर आज यह कहां है इसकी किसी को भी जानकारी नहीं है|

यह कोई और नहीं बल्कि एक वक्त के बेहद मशहूर गायक अल्ताफ राजा हैं जिन्होंने अपने शानदार आवाज से लाखों दिलों पर राज किया है| लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह इंडस्ट्री से कब गायब हो गए इसका पता किसी को नहीं चला| बात करें अगर उस दौर की जब अल्ताफ राजा के गाने काफी पॉपुलर हुआ करते थे तो हम आपको बता देंगे उन दिनों गली मोहल्लों से लेकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट तक में सुनने को मिलते थे|

इस गाने ने रचा था इतिहास

आपने कम से कम भी एक बार मशहूर सॉन्ग ‘ तुम तो ठहरे परदेसी…’ तो जरूर ही सुना होगा| बता दे शानदार गाने के सिंगर भी अल्ताफ राजा ही थे जिन्होंने साल 1994 में इस गाने में अपनी दिलकश आवाज दी थी और इस गाने के महज़ कुछ ही दिनों में तकरीबन 70 हजार कैसेट्स बिक गए थे| बता दे इस बड़े आंकड़े के साथ इस गाने ने वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था और साथी रिपोर्ट में ऐसी खबरें भी सामने आई थी के इस गाने की लगभग 4 मिलियन कैसेट कॉपी करके भी बेचीं गई थी|

बात करें अगर अल्ताफ राजा के शुरुआती दिनों की तो अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत इन्होंने महज 18 साल की उम्र में की थी| कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है के अल्ताफ राजा के पिता भी अपने दौर के एक बेहद जाने-माने कव्वाली गायक हुआ करते थे और इसी कारण अपने पिता को सुनते सुनते अल्ताफ में भी संगीत ने जन्म ले लिया|

जानकारी के लिए बता दें के अल्ताफ ने कभी भी एक प्लेबैक सिंगर बनने का सपना नहीं देखा था| बल्कि असल में तो वह एक ग़ज़ल गायक बनना चाहते थे| लेकिन बाद में मां ने उन्हें समझाया के ग़ज़ल से अपनी पहचान बनाना अधिक संघर्षपूर्ण काम है| जिसके बाद जाकर अल्ताफ में फिल्मी गाने गाने शुरू किए और जो मुकाम उन्होंने हासिल किया वह आज किसी से छुपा नहीं है|

बॉलीवुड में एक वक्त ऐसा आ गया था जब अल्ताफ राजा को टक्कर देने वाल कोई सिंगर नहीं था| पर गुजरते वक्त के साथ-साथ इन्होंने खुद में बदलाव नहीं किए और इसी कारण धीरे-धीरे इनकी लोकप्रियता भी कम होती गई| इसके बाद धीरे-धीरे यह लाइमलाइट से भी दूर होने लगे और सिर्फ गुमनामी के अंधेरे में खो गए|हालांकि आज भी अल्ताफ राजा के उस दौर के गाने जिसने भी सुने हैं वह आज भी उन गानों का दीवाना है और आज भी उन्हें सुनना पसंद करता है|

 

By Anisha