आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया के सबसे सफल बिजनेसमैन बन चुके रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी आज ना केवल गजब की दौलत और शोहरत हासिल कर चुके हैं, बल्कि आज देश में इन्होंने तगड़ी लोकप्रियता भी हासिल की है| इस वजह से आज मुकेश अंबानी के साथ-साथ उनके परिवार के तमाम सदस्य भी अक्सर खबरें और सुर्खियों में बने रहते हैं|

मुकेश अंबानी की बात करें तो, उनके पिता का नाम धीरूभाई अंबानी था, जिन्होंने सबसे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखी थी| धीरूभाई अंबानी कुल 4 बच्चों के पिता थे जिनमें उनके दो बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी सहित दो बेटियां नीना अंबानी और दीप्ति अंबानी शामिल है|

और ऐसे में अपनी आज की इस पोस्ट में हम धीरूभाई अंबानी की सबसे छोटी बेटी मुकेश अंबानी की सगी बहन दीप्ति अंबानी के बारे में बात करने जा रहे हैं आपको इनकी असल जिंदगी से जुड़ी एक ऐसी खबर से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसकी आपको शायद ही जानकारी होगी…

बात करें अगर दीप्ति अंबानी की, तो उनका जन्म साल 1962 में हुआ था| और असल जिंदगी में द्वितीय अंबानी ने मुकेश अंबानी के ही एक दोस्त दताराज सालगांवकर के साथ शादी रचाई थी, जो कि मूल रूप से गोवा के रहने वाले हैं और गोवा में एक फेमस बिजनेसमैन के रूप में अपनी पहचान रखते हैं| लेकिन दिलचस्प बात यह थी कि, मुकेश अंबानी की बहन दीप्ति ने उनके साथ लव मैरिज की थी|

दत्ता राज और दीप्ति की शादी साल 1983 में हुई थी पर अपनी शादी के बाद दीप्ति सालगांवकर भी अपने पति दताराज और उनके परिवार के साथ गोवा में ही रहती थी| परियों की दीप्ति हमेशा से ही मुंबई में रही थी, और हमेशा से ही उनका ताल्लुक एक मराठी परिवार से रहा था, इस वजह से गोवा में जाकर सेटल होना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था|

शादी के बाद दीप्ति को अपने ससुराल जाने के बाद अपने परिवार के सदस्यों से बात करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, क्योंकि कोंकणी भाषा के अलावा वह कोई और भाषा नहीं जानते थे, और वहीं दूसरी तरफ दीप्ति को मराठी और हिंदी भाषा आती थी| क्योंकि दीप्ति हमेशा से मुंबई के माहौल में पली-बढ़ी थी, ऐसे में गोवा जैसे शांत और सुनसान शहर में उनका मन भी नहीं लग रहा था|

इस सब से परेशान होकर दीप्ति ने अपने पिता धीरूभाई अंबानी से इस बात की शिकायत की और बताया कि गोवा में तो एकदम सन्नाटा है और किसी तरह का कोई मस्ती करने का साधन भी नहीं है| ऐसे में धीरूभाई अंबानी ने अपनी बेटी दीप्ति को समझाया था कि उन्हें जिस भी चीज की कमी वहां पर महसूस हो रही है, उसने खुद ही वहां पर बनाना होगा| इसके बाद धीरे-धीरे दीप्ति को गोवा में रहने की आदत हो गई और आज वह पूरी तरह से वहीं के रंग में रंग चुकी हैं| आज ना केवल दीप्ति को कोंकणी भाषा काफी अच्छी तरह से आती है, बल्कि गोवा के लाइफस्टाइल को भी वह आज खुलकर इंजॉय करती हैं|

By Anisha