खुश रहना हम सभी के जीवन में उसी तरह जरूरी है जैसे  हवा ,पानी और भोजन और कभी-कभी मन खुश रहने के बहाने ढूंढता है क्योंकि हर वक्त इंसान यूंही बिना किसी वजह के खुश नहीं रह सकता और आजकल के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में खुश रहना बहुत जरूरी है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आये हैं जिन्हें पढ़ते ही आपका मन खुश हो जाएगा. तो देर किस बात की आइये  शुरू करते हैं हंसने हंसाने का ये खूबसूरत सिलसिला

मुर्गियों के फार्म में 1 बार जांच के लिए इंस्पेक्टर आया ।
इंस्पेक्टर – “तुम मुर्गियों को क्या खिलाते हो ?”
पहला मालिक – “बाजरा”
इंस्पेक्टर – “खराब खाना, इसे गिरफ्तार कर लो…”
दूसरा – “चावल..”

इंस्पेक्टर – “गलत खाना, इसे भी गिरफ्तार कर लो… ”
अब संता की बारी आई..
सांता डरते-डरते बोला-
“हम तो जी, मुर्गियों को ही 5-5 रुपए दे देते हैं…
जो तुम्हारी मर्जी है जाकर खा लो…”

बच्चा- मम्मी आप तो कहती थीं कि परी उड़ती है फिर अपनी पड़ोसन आंटी उड़ती क्यों नहीं?
मम्मी- उस बंदरिया को परी किसने कहा?
बच्चा- डैडी ही उन्हें परी कहकर बुला रहे थे ।
मम्मी- तो फिर बेटा आज उड़ेगी वो आंटी और साथ में तुम्हारे पापा भी।

 

मेरेज के बाद पहली बार बहू रसोई में गई और रेसिपी बुक में पढ़कर खाना बना रही थी।
सास बाहर से लौटी, फ्रिज खोला,
देखकर चौंक गई और पूछा – “ये मन्दिर का घंटा फ्रिज में क्यों रखा है?
बहू – बुक में लिखा है, सब चीजों का मिश्रण कर लें और एक “घंटा” फ्रिज में रखें।

 

टीचर – बेटा अगर सच्चे दिल से प्रार्थना की जाए, तो
वो जरूर सफल होती है।
टिल्लू – रहने दीजिए सर, अगर ऐसा होता तो
आप मेरे सर नहीं, ससुर होते।
फिर क्या… टिल्लू की हुई जोरदार धुनाई।

 

हम गए थे उसके घर Red Roses ले कर ये कहने कि-
“तू आपन दिल हमरा के देबू का ?”
पर उसकी मम्मी ने खोला दरवाजा और हम घबरा के बोले…
“ए चाची… दूई रुपया में गुलाब का फूल लेबू का?”

 

पापा – बेटा… आज तेरी मम्मी इतनी चुप-चाप क्यों बैठी है?
बच्चा – उन्होंने मुझसे लिपस्टिक मांगी थी
गलती से मैंने फेवीस्टिक दे दी…पापा (आंख में आंसू के साथ) – जुग-जुग जिओ मेरे लाल…
ऐसा बेटा भगवान सभी को दे…

 

पत्नी- जब मैं शादी करके यहां आई थी, तो घर में बहुत मच्छर थे,
अब तो बिल्कुल भी मच्छर नहीं हैं…सभी ने हमारे घर से पलायन कर लिया है क्या?
पति- हमारी शादी होने के बाद मच्छरों ने ये कहकर मेरा घर छोड़ दिया,
अब तो परमानेंट खून पीने वाली आ गई है!
हमारे लिए तो बचेगा ही नहीं!

 

एक बच्चे ने दूसरे बच्चे से पूछा – क्या तुम चीनी भाषा पढ़ सकते हो?
दूसरे बच्चे ने कहा – हां!
पहला बच्चा – कैसे?
दूसरा बच्चा – अगर वो हिंदी या अंग्रेजी में लिखी हो तो।

 

मास्टर जी- तुमने होमवर्क क्यों नहीं किया?
चिंटू- मैं हॉस्टल में रहता हूं ना।
मास्टर जी- तो?चिंटू- हॉस्टल में होमवर्क कैसे कर सकता हूं?
हॉस्टल वर्क देना चाहिए था ना!
फिर चिंटू की जबरदस्त पिटाई हुई

पति सुबह बैठकर अखबार पढ़ते हुए जोर से बोला – पत्नी फेंको,
लैला उठाओ…, पत्नी फेंको, लैला उठाओ…
पत्नी- अरे देखो, अखबार में क्या विज्ञापन छपा है… पत्नी फेंको, लैला उठाओ।
पत्नी टेबल पर से चश्मा उठाकर पति को देते हुए ज्यादा खुश नहीं होना है, “पन्नी फेंको थैला लाओ” लिखा है।

 

By Akash