आजकल के इस स्ट्रेस भरी लाइफ में इंसान जैसे हंसना ही भूल गया है. वह काम में इतना मशगूल हो गया है कि खुद के लिए वक्त ही नहीं निकाल पाता पर ऐसा करने से हमारे सेहत पर बुरा असर पड़ता है और हम धीरे धीरे तनाव ग्रस्त होने लगते है इसीलिए ये  कहा भी जाता है की लाफ्टर इस द बेस्ट मेडिसिन और हंसने से हमारी सेहत और सीरत दोनों ही अच्छी रहती है और इसी बात को ध्यान में रखते है हम अपने पाठकों के लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आये हैं, जो सोशल मीडिया बहुत वायरल हैं. तो देर किस बात की है, चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का ये खूबसूरत सिलसिला.

संता अपनी बीमार दादी को मोहल्ले के डॉक्टर के यहाँ दिखाने ले गया…
डॉक्टर – दादी अपना मुंह खोलो…
दादी – तो सुनो, हर रोज शाम तुम्हारी बीवी तुम्हारे पड़ोसी से मिलती है…!
अब बस करो, इससे ज्यादा मेरा मुंह ना ही खुलवाना…!!!

लड़की देखकर एक लड़का अचानक शायर बन गया…
‘लफ्ज तेरे, गीत मेरे,
कोई गजल सुना डालूं क्या?’
लड़की फाटक से बोली –
‘हाथ मेरे और गाल तेरे,
कान के नीचे मे बजा डालूं क्या?’

 

एक पति अपनी व्यथा सुनाते हुए कहता है …
बीवी ने वाद किया, तो मैंने प्रतिवाद किया।
जब उसने बहस शुरू की, तो मैंने भी बहस की।
वह चिल्लाई, तो मैं भी चिल्लाया।
फिर वह रोने लगी और इस तरह आखरी में…..
आंखों से बरसते आंसुओं कि वर्षा मे डकवर्थ-लुईस नियम के अनुसार वह जीत गई।

 

गुरुजी- बताओ…?”घरबार” किसे कहते हैं…?
एक पति के जीवन में इसके महत्व की विवेचना करो…?
छात्र- गुरुजी… घरबार का एक पति के जीवन में बड़ा महत्व है…
घर में पत्नी द्वारा उत्पन्न किए गए उत्पात और…तनाव से मुक्त होने हेतु…पति घर से बार में चला जाता है
और बार में ज्यादा चढ़ जाने पर बार से घर आ जाता है…घर और बार के बीच चक्र को ही घरबार कहते हैं…!

 

बाबाजी ने दिया परम सत्य ज्ञान…
जिंदगी की भागदौड़ में सेहत का भी ख्याल रखिए…
ऐसा ना हो कि…
आप पीछे रह जाएं…
और पेट आगे निकल जाए…!

मनोज – पापा, आप अंधेरे से डरते हैं…?
पापा – नहीं बेटा…
मनोज – बादल, बिजली और शोर से…?
पापा – बिल्कुल नहीं…
मनोज – इसका मतलब है पापा,
आप मम्मी को छोड़कर किसी से भी नहीं डरते हैं…!

 

पति-पत्नी एक भीड़ भरी बस में यात्रा कर रहे थे…!
पतिदेव एक सुंदर औरत से बस में सटकर खड़े हुए थे…!
स्वभाविक रूप में यह देखकर पत्नी जल रही थी…!
अचानक वह सुंदर औरत घूमी और आदमी के गाल पर एक जोरदार तमाचा मारा,शर्म नहीं आती पराई औरत को चिकौटी काटते…!
बस से उतर कर पति पत्नी को सफाई देने लगा कि…उसने चिकौटी नहीं काटी थी…!
पत्नी अर्थपूर्ण नजरों से देखते हुए मुस्कुरा कर बोली-और चिपको… चिकौटी मैंने काटी थी…!

 

 

शर्मिला (अपनी सहेली से)- तुम्हारे पति हमेशा ही घर समय पर कैसे पहुंचते हैं?
शीला- मैंने एक आसान-सा नियम बनाया हुआ है…।
शर्मिला- वो कौन सा नियम है जरा मुझे भी तो बता!
सहेली-मैंने अपने पति को चमका कर रखा है कि रोमांस ठीक रात 9 बजे से शुरू हो जाएगा,
चाहे तुम घर पहुंचो या नहीं।

पिता (बेटे से) – देखो बेटे, जुआ नहीं खेलते,
यह ऐसी आदत हैं कि यदि इसमें आज जीतोगे, तो कल हारोगे
.परसों जीतोगे तो उसके अगले दिन फिर हार जाओगे…!
बेटा – बस पिताजी! मैं समझ गया,
आगे से मैं एक दिन छोड़कर खेला करूंगा…!

By Anisha