हंसना हम सबके सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है और इसीलिए हमे हंसने मुस्कुराने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहिए और जब भी हम खुश रहते है तो इससे हमारे स्वास्थ और हमारी मानसिक सेहत भी एकदम दुरुस्त रहती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आये हैं जो आजकल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है और हमें यकीन है कि इन जोक्स को पढ़ने के बाद आप भी हंसे बिना रह नहीं पाएंगे. तो देर किस बात की है आइये शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.
बंता को अपना पालतू कुत्ता बेचना था, संता उसे खरीदने वाला था।
संता – क्या यह कुत्ता वफादार है?
बंता – हां जी, मै इसको दो बार पहले भी बेच चूका हू,
ये इतना वफादार है की हर बार मेरे पास वापिस आ जाता है।
संता: ये लड़की बहुत सुन्दर है
बंता: मैं तो इसका नाम भी जानता हूं
संता: क्या नाम है? मैं उसे फेसबुक पर खोजूंगा
बंता-: यह बैंक मैं काम करती है, इसके काउन्टर पर इसका नाम लिखा है Accountant
एक दिन संता के देर से काम पहुँचने पर मेनेजर बोला, “लेट क्यों हो गए ?“
संता, “बस स्टॉप पर एक आदमी का सौ का नोट खो गया था, इस वजह से देर हो गई।“
मेनेजर, “अच्छा! तो तुम नोट ढूँढने में उसकी मदद कर रहे थे?“
संता – “नहीं सर! दरअसल मैं उस नोट के ऊपर खड़ा था”
बंता – अरे तू इतना मोटा कैसे हो गया
संता- हमारे घर में फ्रिज नहीं है ना
बंता- तो?
संता – कुछ बचा नहीं सकते, सब खाना पड़ता है
चंपकलाल : यार, मैं अपनी पत्नी की वजह से बहुत परेशान हो गया हूं।
शर्मा जी : क्या हो गया? वो बहुत झगडती हैं क्या?
चंपकलाल : नहीं यार, उसकी याददाश्त बहुत खराब है।
शर्मा जी : क्यों? काम की बातें भूल जाती हैं क्या?
चंपकलाल : अरे नहीं, वो छोटी-छोटी बातें भी याद रखती है।
पति पत्नी से,.”मैं तुमको तुम्हारे जन्मदिन पर एक उपहार देना चाहता हूं।
सामने दुकान पर लटकी साड़ी का रंग कैसा लग रहा है?”
पत्नी खुश होकर, “बहुत सुन्दर है।”
पति,.”बस! बिल्कुल इसी रंग का रूमाल मैंने तुम्हारे लिए लिया है।”
चंपकलाल दारू पीकर अपने घर गया और दरवाजा खटखटाया.
पत्नी ने दरवाजा खोला.
चंपकलाल ने पूछा – “तू कौन है और मेरे घर में क्या कर रही है?”
पत्नी ने कहा – “मुझे ही भूल गए?”
चंपकलाल बोला – “दारू पीकर आदमी हर गम भूल जाता है!”
एक गंजे ने किसी नाई से बाल कटवाया।
उसने बाल कटवाने के बाद नाई से पूछा, “कितने पैसे हुए?”
नाई ने पचास रूपये बताये आश्चर्य करते हुए आदमी ने कहा, “क्यों? सबसे तो चालीस रूपये ही लेते हो,
हमसे दस रूपये ज्यादा क्यों?”
नाई ने कहा, “दस रूपये बाल खोजने के हैं, बाकी काटने के।”
सेठजी: अगर तुम यह बता दो कि मेरी कौन सी आँख नकली है तो मैं तुम्हें पाँच सौ रुपए इनाम दूँगा।
चंपकलाल: यह तो बिलकुल आसान है। आपकी बाईं आँख असली है।
सेठजी: यह तुम्हें कैसे पता चला ?
चंपकलाल:उसी में तो थोड़ी दया-ममता नजर आती है!