रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी आज हमारे देश के कुछ सबसे अमीर और प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में शामिल हैं, और इसी वजह से आज अंबानी परिवार किसी ना किसी वजह से अक्सर खबरों और सुर्खियों में बना रहता है| अगर वर्तमान समय की बात करें तो, मुकेश अंबानी की उम्र पूरे 65 साल हो चुकी है और ऐसे में अब मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के पूरे साम्राज्य को अपने तीनों बच्चों में बांटने के लिए गंभीरता से विचार कर रहे हैं, जिससे की बच्चों के बीच अनबन या फिर मतभेद की स्थिति ना बन सके|
उत्तराधिकार सौंपने की हो गई शुरुआत
बीते साल रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर आयोजित हुए फैमिली डे फंक्शन के कहा था कि आने वाली नई पीढ़ी अब लीडरशिप की जिम्मेदारियों के लिए तैयार हो चुकी है, और अब उन्हें काइट करने की जरूरत है, जिससे वह सक्षम बने और उत्साहित रहें| और ऐसे में उन्होंने इस दिशा में अपनी पहल की शुरुआत कर दी है, और बीते दिनों ही उन्होंने अपने बेटे अकाश अंबानी को रिलायंस जिओ का चेयरमैन बनाया है|
आकाश अंबानी को दी गई ये जिम्मेदारी
बीते मंगलवार के दिन रिलायंस जिओ इन्फोकॉम लिमिटेड ने शेयर बाजारों से बताया था कि कीबोर्ड मुकेश अंबानी ने रिलायंस जिओ के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है, और इसके बाद आकाश अंबानी को नया चेयरमैन बनाया गया है| ऐसे में अब नई पीढ़ी को रिलायंस इंडस्ट्रीज की कमान संभालने की पहल की तरफ इसे मुकेश अंबानी का पहला कदम बताया जा रहा है| हालांकि, मुकेश अंबानी अभी भी जिओ प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के चेयरमैन पद पर कार्यरत रहेंगे|
जानिए तीनों बच्चों में से किसे मिलेगा क्या
सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें, रिलायंस इंडस्ट्रीज अभी के लिए तीन बड़े हिस्सों में बटा हुआ है जिनमें पहला रिफायनिंग एंड पेट्रोकेमिकल, दूसरा रिटेल और तीसरा डिजिटल सर्विसेज है| इनमें रिटेल और डिजिटल सर्विसेज पहले से ही पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियां हैं, और अगर पेट्रोकेमिकल और रिफायनिंग की बात करें तो, ये पैरेंट कंपनी के मातहत है| इसके अलावा अभी हाल ही में रिलीज हुई ग्रीन एनर्जी का नया बिजनेस भी पैरंट कंपनी के पास है, लेकिन इन तीनों वर्टिकल्स में सभी की वैल्यू लगभग बराबर ही है|
इनमें डिजिटल वर्टिकल शायद आकाश अंबानी को मिलने वाला है, जिसकी शुरुआत मुकेश अंबानी ने पुणे रिलायंस जिओ का चेयरमैन बनाते हुए की है| और वहीं दूसरी तरफ ईशा अंबानी को, रिटेल वर्टिकल में अग्रसर किया जा रहा है| और इसके बाद जो पेट्रोकेमिकल, रिफाइनरी और ग्रीन एनर्जी का वर्टिकल बचता है, वह अनिल अंबानी को मिल सकता है|
पिछले पारिवारिक विवादों से लिया सबक
आपकी जानकारी के लिए बता दें, बीते साल 2002 में जब रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी इस दुनिया को अलविदा कह गए थे, तब अंबानी परिवार में मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच जो विवाद हुए वह आज भी भारतीय कारपोरेट जगत का सबसे बड़ा पारिवारिक विवाद माना जाता है, और ऐसे में इसी तरह की विवादित स्थितियों से बचने के लिए मुकेश अंबानी ने अपने तीनों बच्चों के बीच अभी से रिलायंस इंडस्ट्रीज की जिम्मेदारियों का बंटवारा कर दिया है|