जब मेरी नई नई शादी हुई थी तब….मैं ऑफिस से घर लौटता था….!
मेरी पत्नी प्यार से मेरी घर की चप्पलें लेकर आती थी….
और मेरा कुत्ता हर कमरे में….
मेरा पीछा करते-करते भौंकता रहता था….!!
और अब….अब चप्पल मेरा कुत्ता लाता है….
और मेरी पत्नी हर कमरे में….मेरा पीछा करती है और भौंकता रहती है….!!

दो सहेलियां आपस में बात कर रही थीं…..
पहली सहेली- पता है, अच्छा पति किसी को नहीं मिलता….!
दूसरी सहेली- तो फिर….?
पहली सहेली- मिले हुए को ही….
डांट-फटकार कर अच्छा बनाना पड़ता है…..!!

एक महफिल में एक बुजुर्ग खड़े होकर अपना अनुभव बता रहे थे….!
मैने स्वयं को अपनी जिंदगी में तीन प्रकार के लोगों से ज्यादा बदनसीब नहीं देखा….!
पहला वो जिसके पास भरपूर नए कपड़े हों….
फिर भी पुराने से काम चलाता हो….!
दूसरा वो जिसके घर खाने को भरपूर व्यंजन हों….

पर कंजूसी या बिमारी की वजह से खा नहीं पाता हो….!
तीसरा वो, जो…..इतना कहते ही बुजुर्ग का गला रूँध गया और
आँखों में आँसू आ गए….!
लोगों ने पूछा- तीसरा कौन……?
बुजुर्ग ने भरे गले से जवाब दिया- तीसरा वो….

जो भरपूर पैसा और भरपूर शौक रखने के बावजूद……
सिर्फ अपनी बीवी के खौफ से दो पैग दारु नहीं पी पाता हो….!
उसके इतना कहते ही महफिल में आधे से ज्यादा लोग दहाड़ें मारकर रोने लगे…..!!

पुलिस- हमें आपके घर की तलाशी लेनी है….
सुना है आपके घर में विस्फोटक सामग्री है….!
पति- साहब खबर तो पक्की है, पर…..
पुलिस (हैरानी से)- पर क्या…..?
पति- अभी वो मायके गई है….!!

पति-पत्नी चोरी के बारे में बात कर रहे थे….
पति- जो चोरी करता है….
वो बाद में बहुत पछताता है….!
पत्नी (रोमांटिक अंदाज में) बोली- और तुमने शादी से पहले….
जो मेरी नींदें चुराई थी…

मेरा दिल चुराया था…
उनके बारे में क्या ख्याल है….?
पति- कह तो रहा हूं….!
जो चोरी करता है वो बाद में बहुत पछताता है….!!

संता- क्या तुम जानते हो….
किसी भी लड़की को प्रपोज करने का….
सही दिन कौन-सा होता है….!
बंता- वेलेंटाइन डे….!
संता- अरे नहीं रे पगले….!

एक अप्रैल लड़की को प्रपोज करने का….
सबसे सही दिन होता है….!
बंता- क्यों….? इस दिन में ऐसा क्या है….?
संता- देख…. लड़की मान जाए तो ठीक….!
नहीं तो कह दो अप्रैल फूल बनाया….!!

असली खगोलशास्त्री तो परिवार में ही होते हैं…..!
एक मां- जो बचपन में चांद दिखाती थी….!
दूसरे पापा- जो एक ही थप्पड़ में सारा ब्रह्माण्ड दिखा देते थे….!
और…..तीसरी पत्नी- जो दिन में तारे दिखाती है….!
ये नासा वासा तो सब भ्रम है….!!

 

दो नाली के कीड़े खाते समय….आपस में बाते कर रहे थे….!
एक कीड़ा- यह सामने वाला होटल कितना साफ है…..!
हर चीज शीशे की तरह चमकती है….!
दूसरा कीड़ा- महरबानी करो यार….!
कम-से-कम खाना खाते समय तो….
ऐसी घिनौनी बाते मत किया करो….!!

यूरोप से संता का एक दोस्त भारत घूमने आया…..
तो संता उसे घुमाने ले गया….!
क्रुतुब मीनार के पास पहुँच कर संता का दोस्त उससे बोला-
दोस्त- ये क़ुतुब मीनार कितने दिन में बना है….?
संता- दो महीने में….!
दोस्त- ये हमारे मुल्क में तो एक महीने में बन जाता है….!

थोडा आगे जाने के बाद दोस्त ने फिर संता से पूछा-
दोस्त- ये लाल किला कितने दिन में बना है…..?
संता- सिर्फ एक महीने में…..!
दोस्त- हमारे मुल्क में तो दो हफ्तों में बन जाता है….!
जब वे दोनों ताज महल के पास से गुज़रे तो…..

दोस्त ने संता से फिर पूछा-
दोस्त- ये ताज-महल कितने दिन में बना है…..?
संता- मैं खुद हैरान हूँ की कब बना….?
कल शाम को तो नहीं था….??

 

By Akash