राज कपूर के छोटे बेटे राजीव कपूर के गुजर जाने के बाद पूरा कपूर परिवार एक बार फिर से सदमे में आ गया है और इन दिनों गम का माहौल बना हुआ है |बता दे राजीव कपूर रणधीर कपूर और ऋषि कपूर के सबसे छोटे भाई थे और अभी पिछले ही साल 30 अप्रैल को ऋषि कपूर इस दुनिया को अलविदा कह गये थे और अभी ऋषि कपूर के गुजरे एक साल भी नहीं बिता था तब से राजीव कपूर ने भी दुनिया छोड़ दी और इस तरह से एक साथ अपने दो दो भाइयों को खोने के बाद रणधीर कपूर बुरी तरह से टूट गये है और वो काफी अकेले पड़ गये है |
बता दे राजीव कपूर को बीते मंगलवार को दिल का दौरा पड़ा था और वे 58 साल की उम्र में चल बसे और मंगलवार को देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया गया और उनके अंतिम दर्शन के लिए बॉलीवुड जगत के तमाम सितारे उनके घर पर पहुंचे थे और रणवीर कपूर ने अपने चाचा को कंधा दिया तो वही रणधीर अपने भाई के अंतिम यात्रा में लड़खड़ाते पांव का सहारा लेकर शामिल हुए और रणधीर कपूर काफी ज्यादा भावुक नजर आये थे |
अब बात करें राजीव के एक्टिंग करियर की तो राजीव को फिल्म “राम तेरी गंगा मैली” से काफी पहचान मिली थी और इसके अलावा उन्होंने कई फिल्मो में काम किया है और उन्हें कोई खास कामयाबी हांसिल हो नहीं पाई थी |बता दे एक्टिंग के अलावा राजीव फिल्म डायरेक्शन भी करते थे और उन्होंने फिल्म “प्रेम ग्रन्थ” का डायरेक्शन किया था जिसमे उनके बड़े भाई ऋषि कपूर लीड रोल में नजर आये थे और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी |
राजीव कपूर ने साल 1983 में बॉलीवुड में फिल्म एक जान है हम से डेब्यू किया था था और इसके बाद उन्होंने कई फिल्मो में काम किया पर उन्हें कुछ खास सफलता हांसिल नहीं हुई और फिर वे फिल्म राम तेरी गंगा मैली में लीड रोल में नजर आये और इस फिल्म में उनके साथ मन्दाकिनी को कास्ट किया गया था और राजीव को लगा था की ये फिल्म उनके करियर के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित होगी और फिल्म हिट होने के बाद उन्हें भी इंडस्ट्री में के बड़ी पहचान मिल जाएगी पर हुआ इसका बिल्कुल उल्टा क्योंकि फिल्म तो सुपरहिट साबित हुई पर इसका सबसे ज्यादा फायदा हुआ मन्दाकिनी को क्योंकि फिल्म मन्दाकिनी के बोल्ड सीन की वजह से हिट हुई थी तो मन्दाकिनी इस फिल्म से काफी मशहूर हो गयी और राजीव को इसका कोई भी फायदा नहीं मिला |
वही ये फिल्म राजीव कपूर के पिता राज कपूर के डायरेक्शन में बनी थी और वो ये बात पहले से जानते थे की ये फिल्म मन्दाकिनी के वजह से हिट हुई है और राजीव जहाँ के तहां रह गये और उन्हें इस फिल्म से कोई भी फायदा नहीं हुआ और उन्होंने अपने पिता से कहा की वे उनके लिए कोई अच्छी फिल्म बनाये जिससे उन्हें इंडस्ट्री में पहचान मिल सके और राज कपूर ने ऐसा नहीं किया और वे राजीव को बस अपना असिस्टेंट बनाकर रखना चाहते थे और उनसे हर छोटे बड़े काम करवाते थे जो की एक स्पॉट बॉय करता है और इस वजह से राजीव अपने पिता से काफी नाराज रहने लगे और उनसे दूर होते गये |
वहीँ एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजीव अपने पिता राज कपूर के अंतिम संस्कार में भी अपनी नाराजगी के चलते शामिल नहीं हुए थे और पिता के गुजर जाने के बाद वे तीन दिनों तक शराब के नशे में डूबे रहे और घर वालों से मिलने भी नीं आये थे |