बीती 24 मार्च, 2022 को रिलीज हुई साउथ फिल्म इंडस्ट्री की ब्लॉकबस्टर फिल्म आर आर आर का इन दिनों फैंस के बीच एक जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है, जिस वजह से यह फिल्म इन दिनों सिनेमाघरों में छाई हुई है| बात करें अगर इस फिल्म की, तो इसमें साउथ फिल्म इंडस्ट्री के दो सुपरस्टार रामचरण और जूनियर एनटीआर लीड रोल्स में नजर आए हैं, और इन दोनों ही सितारों के अभिनय को इन दिनों दर्शकों की खूब सराहना मिल रही है|
इसके साथ साथ फिल्म में तमाम अन्य सहायक किरदार कॉफी दर्शकों का काफी प्यार मिल रहा है, और इसके साथ साथ दर्शक इस फिल्म के निर्देशक एसएस राजामौली की भी जमकर तारीफे करते हुए नजर आ रहे हैं| ऐसे में एक तरफ जहां इस फिल्म के तमाम कास्ट इस फिल्म की सफलता को सेलिब्रेट कर रहे हैं और इसे लेकर चर्चाओं में बने हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म के एक लीड अभिनेता रामचरण इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरते हुए नजर आ रहे हैं|
दरअसल, बीते दिनों की अभिनेता रामचरण की कुछ तस्वीरें और उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जो काफी तेजी से वायरल हुआ था| इस वीडियो में रामचरण ना केवल अकेले नजर आ रहे हैं, बल्कि वह बिल्कुल ही बदले हुए अवतार में नजर आ रहे हैं, जिसमें अभिनेता बीते दिनों ही मुंबई के प्राइवेट एयरपोर्ट पर नजर आए थे|
खास बात यह थी कि मुंबई पहुंचे अभिनेता रामचरण ने अपने पैरों में कोई जूते चप्पल नहीं पहने थे, और ऐसे में अभिनेता को इस स्थिति में देखने के बाद उनके कई फैंस भी हैरान थे| लेकिन अब इसके पीछे की एक खास वजह सामने आई है, जिसे हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं| जानकारी के लिए बता दें तस्वीरों में रामचरण एक काले कुर्ते मैं नजर आए थे, जिसके साथ उन्होंने एक काले रंग का ही चूड़ीदार पटका पहन रखा था|
बात करें अगर रामचरण के नंगे पैर होने की वजह की, तो इसके पीछे की वजह उनके ही एक फैन ने कमेंट करते हुए बताई है| फैन के मुताबिक ये दक्षिण भारत की एक परंपरा है, जिसे अय्यप्पा दीक्षा कहा जाता है| जानकारी के लिए बता दें, यह एक तरह की पूजा है, जो कुल 41 दिनों तक चलती है| और इस दौरान भक्त अपना सब कुछ भगवान को समर्पित कर देता है| न हीं वह नॉनवेज खाते हैं और ना ही जूते-चप्पल पहनते हैं| और इसके साथ-साथ उन्हें बिस्तर पर नहीं बल्कि जमीन पर सोना पड़ता है|
पूजा के दौरान भक्तों को बिना किसी रंग वाले काले कपड़े पहनने पड़ते हैं, और उन्हें किसी बिस्तर पर नहीं बल्कि जमीन पर ही सोना पड़ता है| इसके साथ दिन में दो बार भगवान आया था की पूजा करनी पड़ती है| खाने में सिर्फ शुद्ध शाकाहारी भोजन खाना पड़ता है, जिसमें लहसुन प्याज का भी इस्तेमाल नहीं होता| कहीं जाने पर नंगे पैर जाना होता है, किसी भी तरह के परफ्यूम या इत्र का भी इस्तेमाल वर्जित माना जाता है| इन सभी नियमों का पालन करने के पश्चात सबरीमाला मंदिर में भगवान के दर्शन प्राप्त करने से यह पूजा सफल होती है|