पत्नी ने उलाहने भरे स्वर में कहा, ‘अगर तुम अक्ल से काम लेते
तो हर महीने इतनी बचत कर लेते कि मेरे लिए कम से कम दो साड़ियां अवश्य खरीद लेते।‘
पति ने मुस्कुरा के जवाब दिया। ‘अगर मैं अक्ल से काम लेता तो
मुझे साड़ियो को खरीदने की कभी नौबत ही नहीं आती।‘
शीला ( रमा से)- तुम्हारे हसबैंड पाइप से चढ़कर
ऊपर अपने घर में क्यों जा रहे है?
रमा (शीला से)- जब तक इनकी टांग का प्लास्टर खुल न जाए,
डॉक्टर ने इन्हें सीढ़ियां चढ़ने उतरने से मना किया है।
पति – मुझे अलादीन का चिराग मिला…!
पत्नी – वाह, आप ने क्या मांगा…?
पति – मैंने कहा कि वो तुम्हारे दिमाग को 10 गुना कर दे…!
पत्नी – तो क्या उसने ऐसा कर दिया…?
पति – वो हंसा और कहने लगा, ‘शून्य से किसी को गुणा नहीं किया जा सकता है…!
पार्क के सूचना पट्ट पर एक सुविचार लिखा था…!
‘पेड़ पर अपनी माशूका का नाम लिखने से बेहतर है,
उसके नाम पर एक पेड़ लगाएं’
ये बात पप्पू के दिल को छू गई…!
उसी दिन उसने गर्लफ्रेंड्स की गिनती की
और आखिर में एक बीघा जमीन लेकर गन्ना बो डाला…!
पति- तुम बहुत सुंदर और बहुत पतली भी लग रही हो….!
पत्नी- I Love You Darling
“ऊपर लिखे मंत्र का दिन में तीन बार जाप
करने से परिवार मे सदा शांति रहती है और
बोले जाने वाले इस झूठ का पाप भी नहीं लगता.
“शांति शांति शांति”
बीवी बोली- आपके पास मोजे नही हैं, चलो मार्केट…!
वापसी में पति के हाथों में तीन सलवार सूट, दो साड़ी
और चार लेगिंग्स थे…!
साथ ही पति को ये आश्वासन मिला कि
इस मार्केट में मोजे अच्छे नहीं थे,
किसी और दिन अच्छे से मॉल में लेने चलेंगे…!
संता – यार मेरे बोर्ड के एग्जाम शुरू होने वाले हैं
बंता – अबे तो डरता क्यों है ?
संता – सब बोलते हैं दसवीं का एग्जाम ही सबसे इम्पोर्टेन्ट हैं
बंता – अबे ज्यादा टेंशन मत ले
10 वीं की मार्कशीट तो बस जन्मतिथि देखने के काम ही आती है
शिष्य – गुरूजी, ऐसी पत्नी को क्या कहते हैं
जो गोरी हो, लंबी हो, सुन्दर हो, होशियार हो,
पति को समझती हो
कभी झगड़ा नहीं करती हो ?
गुरूजी – उसे मन का वहम कहते हैं
बेटा.. मन का वहम !…
पत्नी – हाय राम आपके सर से खून क्यों निकल रहा है ?
पति – अरे मेरे दोस्त ने ईंट मार दी
पत्नी – आप भी मार देते ,आपके हाथ में कुछ नहीं था क्या ?
पति -हम्म… मेरे हाथ में उसकी बीवी का हाथ था..
अब चेहरे से भी खून निकल रहा है
औरतें हमेशा आदमियों की भूलने की
आदत से परेशान रहती हैं…जबकि…
आदमियों की परेशानी ये है कि
औरतों को याद रखने की आदत होती है.!
पंडितजी की कथा और अपने बीवी की व्यथा बिलकुल एक जैसी होती हैं
समझ में तो कुछ ज्यादा नहीं आता,
फिर भी उसे ध्यान लगा-कर सुनने का नाटक करना ही पड़ता है..!
शादी के वक़्त भाई समझौता दोनों ही करते है।
स्त्री.. अपने मां बाप व मायका छोड़ देती हैं
और पुरुष अपने सुख-शांति व अच्छे दिनों की उम्मीद।
बस स्टॉप पर खड़ी एक लड़की को आंख मार दिया…
लड़की बोली: ओए, तुम ये क्या कर रहा है,
मैं तुम्हें कोई ऐसी-वैसी लड़की दिख रही हूं क्या ?
पप्पू : मैडम आपकी बात बिल्कुल ठीक है,
पर चेक तो करना हमारा फर्ज बनता है न….