बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी इंडस्ट्री है जहां पर कैरियर बनाना तो आसान है परंतु लंबे समय तक स्टारडम बनाए रखना बेहद मुश्किल है और यही वजह है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में हर रोज लाखों की संख्या में लोग अभिनय की दुनिया में नाम कमाने का सपना अपनी आंखों में भर कर मुंबई नगरी आते हैं जिनमें से कुछ हो तो सफलता हासिल होती है परंतु कुछ असफल हो जाते है |
वही कुछ ऐसे भी होते हैं जो कि सफलता की बुलंदियों पर पहुंचने के बाद अचानक से फिल्मी दुनिया को अलविदा कह जाते हैं और आज हम आपको ऐसे ही एक अभिनेत्री के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अदाकारी और खूबसूरती के दम पर खूब नाम कमाया परंतु अपने स्टारडम बनाकर रखने में नाकामयाब साबित हुई|
दरअसल हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड एक्ट्रेस ग्रेसी सिंह की जिन्होंने साल 2001 में रिलीज हुई आमिर खान की सुपरहिट फिल्म लगान से बॉलीवुड में डेब्यू किया था और इस फिल्म में ग्रेसी सिंह के अभिनय की खूब प्रशंसा हुई थी और वह इस फिल्म के सुपरहिट होने के साथ-साथ रातों-रात स्टार बन गई थी| वही लगान के बाद ग्रेसी सिंह संजय दत्त की सुपरहिट फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस और गंगाजल में भी नजर आई और कुछ फिल्में सुपरहिट होने के बाद ग्रेसी सिंह ने अचानक से ही एक्टिंग की दुनिया से दूरी बनानी शुरू कर दी और वह धीरे-धीरे इंडस्ट्री से गायब हो गयी |
बॉलीवुड से दूर होने के बाद ग्रेसी सिंह ने टेलीविजन इंडस्ट्री में कदम रखा और इन्होंने टीवी सीरियल संतोषी मां माता संतोषी का किरदार निभाया था और आखरी बार ग्रेसी सिंह को साल 2020 में टीवी पर देखा गया था और इसके बाद से वह मनोरंजन की दुनिया से पूरी तरह से दूर हो गई है| आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि ग्रेसी सिंह आज कहां है और क्या कर रही हैं|
डॉक्टर या इंजीनियर नहीं एक्ट्रेस बनने की ठानी
ग्रेसी सिंह का जन्म 20 जुलाई सन 1980 को दिल्ली में हुआ था | ग्रेसी की फैमिली उन्हें डॉक्टर इंजीनियर बनाना चाहती थी परंतु किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते ग्रेसी सिंह ने मॉडलिंग की दुनिया में अपना कदम रखा और फिर साल 1997 में सीरियल अमानत से ग्रेसी सिंह ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की| सीरियल में काम करते-करते ग्रेसी सिंह को फिल्मों के ऑफर मिलने लगे और फिर साल 2001 में वह फिल्म लगान में नजर आई जो की बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई| इसके बाद ग्रेसी सिंह मुन्ना भाई एमबीबीएस, गंगाजल जैसी फिल्मों में नजर आई|
‘काम कर सकती हूं चापलूसी नहीं’
ग्रेसी सिंह ने जब बॉलीवुड में कदम रखा था उसी समय रानी मुखर्जी, प्रीति जिंटा और ऐश्वर्या राय जैसी अभिनेत्रियां भी बॉलीवुड में डेब्यू कर चुकी थी और ऐसे में इन अभिनेत्रियों की डिमांड धीरे-धीरे बढ़ने लगी थी और ग्रेसी सिंह को फिल्मों के ऑफर मिलना कम हो गए थे |
फिल्मों में काम ना मिलने की वजह पर बात करते हुए ग्रेसी सिंह ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि,” मैं मेहनत करना जानती हूं परंतु चापलूसी करना मेरे बस की बात नहीं है और तुझे इंडस्ट्री में होने वाली खेम बाजी मुझे समझ में नहीं आती| ग्रेसी सिंह ने आगे कहा था कि फिल्मों में रोल पाने के लिए प्रोड्यूसर्स के इशारे पर नाचना यह सब मेरे बस की बात नहीं थी और इन्हीं सब वजह से फिल्म इंडस्ट्री में कब मुझे काम मिलना बंद हो गया यह मुझे पता भी नहीं चला”|
अध्यात्म से रहीं जुड़ीं
गौरतलब है कि ग्रेसी सिंह का बचपन से ही अध्यात्म की तरफ लगाव रहा है और जब ग्रेसी सिंह का फिल्मी करियर खत्म होने लगा तब उन्होंने ब्रम्हाकुमारी की शरण ले ली और वह हर साल ब्रह्मकुमारी से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होती है | अध्यात्म से जुड़ने के बाद ग्रेसी सिंह ने सिंगल रहने का फैसला किया और 40 साल की हो चुकी ग्रेसी सिंह ने अब तक शादी नहीं की है और मौजूदा समय में वह अपनी खुद की कंपनी चलाती है और अपनी लाइफ एंजॉय कर रही है|