लड़को को उस समय
सबसे ज्यादा गुस्सा आता है
जब ऑटो में 2 लड़कियों के बीच में लड़का बैठा हो
तब तीसरी लड़की के आने से
ऑटो वाला बोले भाई तू आगे आजा

यहां सत्य भी पराजित हो जाता है।
नई-नई शादी हुई हो और बीवी लौकी की सब्जी परोसकर
पूछे कैसे बनी है…
उस समय सत्य परेशान भी होता है
और पराजित भी होता है…

 

अमित का सिर फट गया, बंटी- यार, ये कैसे हो गया
अमित- अब क्या बताऊं यार,
मैं पहले जूते से ईंट फोड़ रहा था तभी
सुमित ने कहा कभी अपनी खोपड़ी भी काम में ले लिया करो,
फिर क्या खोपड़ी ही फूट गई

 

एक स्टूडेंट भगवान से बोला- 1 रुपए की कीमत 68 तक पहुंचा गई,
पेट्रोल की 80 तक, दूध की 50 और प्याज़ की 100 तक.
पर फिर भी आपका लाख-लाख शुक्र है भगवान,
पासिंग मार्क्स आज भी 35 ही हैं.

 

सुबह-सुबह पत्नी ने कहा – जल्दी से न्यूजपेपर दो…!
पति- तुम भी कितने पुराने ख्यालात की हो,
दुनिया कहां से कहां पहुंच गई और
तुम न्यूजपेपर मांग रही हो…!यह लो मेरा टैबलेट…!
पत्नी ने टैबलेट लिया और कॉकरोच पर दे मारा…!
अब पति सदमे में है…!

 

भिखारी- बाबूजी आप मुझे 150 रुपये देकर मेरी मदद कीजिए।
मैं अपने परिवार से बिछुड़ गया हूं।
मोनू- पहले बताओ तुम्हारा परिवार कहां है?
भिखारी- मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है।

दो बातें हमेशा याद रखना
-मुश्किल से घबराना नहीं
-सर्दियों में नहाना नहीं!

फंटू एकदम जिन्दा आदमी जैसी तस्वीर बनाता था।
स्कूल के टीचर (फंटू के पिता से) : भाई साहब, आपका बेटा बड़ा शरारती हैं
कल फर्श पर 2000 का नोट बना दिया।
उसे उठाने के चक्कर में मेरे नाखून ही टूट गए।
फंटू के पिता : मैं खुद अस्पताल में था, इसने बिजली के सॉकेट पर करीना की फोटो बना दी,
मेरे सारे होंठ जल गए

गुरु जी : मंटू तू बता, पहले मुर्गी आई या अंडा?
मंटू : गुरु जी, पहले ब्लेंडर प्राइड की बोतल आई,
फिर एक बोतल Pepsi की आई, फिर चने आए और उसके साथ ही अंडे आए,
फिर मुर्गी आई, उसके साथ 2 तंदूरी रोटी आई, फिर स्वाद आया।
गुरु जी : बैठ जा पगले, क्यों सावन में मन भटका रहा है।

फंटू : मम्मी, मैं कल से स्कूल नहीं जाऊंगा
मम्मी : क्यों आज फिर तेरी मैडम ने तेरी धुनाई कर दी क्या?
फंटू : अरे वो मैडम पता नहीं खुद को क्या समझती है?
मम्मी : क्यों…ऐसा क्या हुआ?
फंटू : उसने खुद ब्लैक बोर्ड पे लिखा रामायण, और मुझसे पूछ रही थी कि रामायण किसने लिखी?
मैंने कहा : अभी आपने ही तो लिखा ..चुड़ैल मैडम ने बहुत मारा।

तेज बारिश मेँ खड़ा रहा फंटू,
बस एक शब्द सुनने को…
वो कह दे.. इधर आओ पागल भीग जाओगे
तभी मम्मी की आवाज आई…अंदर आ जा रे हरामखोर
कल की चड्डी अभी तक नहीं सुखी हैं।

ना वक्त इतना कि सिलेबस पूरा किया जाये,
ना तरकीब कोई की Exam पास किया जाये,
ना जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढाई ने,
ना रोया जाये और ना सोया जाये।

टीचर : अगर कोई लड़का Girls Hostel की तरफ गया तो 200 रु फाइन,
दूसरी बार गया तो 400 रु
तीसरी बार सीधा 1000 का फाइन लगेगा
मंटू : सर जी, जो हमने मंथली पास बनवाना हो तो कितने का बन जावेगा।
दे थप्पड़ दे थप्पड़

By Anisha