मनोरंजन की दुनिया में कई ऐसे दिग्गज कलाकार मौजूद है जिन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले किसी और क्षेत्र में बेशुमार नाम कमाया है और आज हम बात करने जा रहे हैं मनोरंजन की दुनिया के सबसे लोकप्रिय और टैलेंटेड अभिनेता दारा सिंह की जो कि आज भले ही इस दुनिया में हमारे बीच नहीं हैं परंतु उनसे जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो कि उन्हें औरों से खास बनाती है और उन्होंने अपनी दमदार अदाकारी से लोगों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी है| दारा सिंह ने अभिनय की दुनिया में कदम रखने से पहले रेसलिंग की दुनिया में खूब नाम कमाए हैं | दारा सिंह एक ऐसे रेसलर रहे हैं जिन्होंने 500 मैचों में ऐसा शानदार प्रदर्शन दिखाया कि उन्हें कोई हरा नहीं पाया |

दारा सिंह ने अपने करियर में काफी सारे कुश्ती के मैच जीते हैं और देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है वही कुश्ती के साथ-साथ दारा सिंह ने एक्टिव इंडस्ट्री में भी खूब नाम और शोहरत कमाया है और इन्होंने टीवी के सबसे पॉपुलर और लोकप्रिय धारावाहिक रामायण में हनुमान का किरदार निभा कर लोगों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी है| दारा सिंह ने रामायण में हनुमान के किरदार को अपनी बेहतरीन अदाकारी से जीवंत करने में कोई कसर नहीं छोड़ा था और यही वजह है कि आज भी दारा सिंह को लोग हनुमान जी के किरदार के लिए याद करते हैं और उनका चेहरा लोगों के जेहन में बसा हुआ है| आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको दारा सिंह के लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं

दारा सिंह को बचपन से ही पहलवानी का बेहद शौक था और इन्होंने अपने भाई रंधावा के साथ मिलकर धीरे-धीरे कुश्ती खेलना शुरू कर दी| दारा सिंह और उनके भाई गांव के जंगलों से लेकर शहरों तक में ताबड़तोड़ कुश्ती का मैच जीतकर देशभर में अपने गांव का नाम रोशन किया| साल 1959 में दारा सिंह ने पूर्व विश्व चैंपियन गारडियान्का को हरा हराकर कॉमनवेल्थ की विश्व चैंपियनशिप का ताज अपने नाम किया था |

इन्होंने अमेरिका के विश्व चैंपियन लाऊ थेज को भी अपने बाहुबल से पराजित कर विश्व चैंपियन बन गए थे| 55 साल तक दारा सिंह ने पहलवानी की और इन्होंने कुश्ती के 500 मुकाबले खेले जिनमें से कभी भी दारा सिंह को हार का मुंह नहीं देखना पड़ा| किंग कोंग के साथ दारा सिंह के मुकाबले को लोग कभी भूल नहीं सकते दरअसल इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने पहलवान किंग कोंग जिनका वजन 200 किलो था उन्हें दारा सिंह ने अपने सिर पर उठा लिया था और सिर्फ उठाया ही नहीं बल्कि उन्हें घुमा कर जमीन पर पटक दिया था|

200 किलो वजनी किंग कोंग को जब 130 किलो के दारा सिंह ने कुश्ती के मुकाबले में इस तरह पराजित किया तब उनका दांव देखकर वहां मौजूद सभी दर्शकों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली थी और भारत देश का नाम दारा सिंह ने दुनियाभर में रोशन कर दिया था| 50 के दशक में दारा सिंह ने कुश्ती की दुनिया में कई मुकाबले जीते और रेसलिंग की दुनिया में उन्होंने राज किया| दारा सिंह की कुश्ती देखने के लिए लोगों का हुजूम निकलता था और उनकी एक झलक पाने के लिए लोग बेकरार रहते थे|

साल 1983 में दारा सिंह कुश्ती का आखिरी मुकाबला खेला इसमें भी उन्हें जीत हासिल हुई और इसके बाद इन्होंने रेसलिंग की दुनिया से संन्यास ले लिया| रेसलिंग की दुनिया को अलविदा कहने के बाद साल 1952 में रिलीज हुई फिल्म संगदिल से दारा सिंह ने एक्टिंग इंडस्ट्री में कदम रखा इसके बाद इन्होंने अपने अभिनय से लोगों का दिल जीत लिया और इसके अलावा प्रोडक्शन फील्ड में भी इन्होंने खूब नाम कमाया है|

वही 1980 और 90 के दशक में दारा सिंह ने टेलीविजन इंडस्ट्री के तरफ रुख किया और फिर इन्हें ऐतिहासिक सीरियल रामायण में हनुमान का किरदार निभाने का मौका मिला और इस किरदार को निभा कर दारा सिंह हमेशा के लिए अमर हो गए| कुश्ती और सिनेमा में गजब की सफलता हासिल करने के बाद राजनीति में भी दारा सिंह ने अपनी किस्मत आजमाई और यहां भी इन्हें खूब सफलता हासिल हुई|

By Anisha