आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आये हैं जो आजकल सोशल मीडिया पर धमाल मचा रहे हैं और हमें यकीन है कि इन्हें पढ़ने के बाद आप भी हंसे बिना रह नहीं पाएंगे. तो देर किस बात की है? चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.

पापा- नालायक तूने मम्मी से…
ऊंची आवाज में बात की.!बेटा- मुझे पता है पापा..
आपको जलन हो रही है..!
पापा- मुझे किस बात की जलन..?
बेटा- क्योंकि आप ऐसा नहीं कर सकते.!

एक भैंस जंगल में घबराई हुई भागी जा रही थी ,
एक चूहे ने पूछा क्या हुआ बहन , कहां भागी जा रही हो
भैंस – जंगल में हाथी को पकड़ने पुलिस आई हुई है
चूहा – तो तुम क्यों भाग रही हो , तुम तो हाथी नहीं हो
भैंस – ये इंडिया है मियां , पकड़े गए तो 20 साल ये साबित करने में लग जायेंगे ,
कि मैं हाथी नहीं भैंस हूं . . हट तेरी की – ये सुनकर चूहा भी भागने लगा

 

मुन्ना दौड़ा-दौड़ा आकर बोला,
मम्मी-पड़ोस वाले अंकल की बाईपास हो गई.!
अरे, सबेरे देखा तब तो ठीक थे…
तुरंत फोन लगाया तो पता चला…
कि उनकी काम वाली बाई,, 12वीं पास हो गई है.!

पुलिस वाला- तुम्हारे सभी कागजात ठीक है..
परंतु चालान बनता है ₹2000 रूपए का..!
आदमी- पर चालान किस चीज का.?
पुलिस वाला- तुमने सारे कागजात संभाल कर..
पॉलिथीन में रखे हुए हैं.!
और पॉलिथीन बैन है.!!

 

एक आदमी और एक खूबसूरत महिला रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बैठे थे।
आदमी सिगार पर सिगार पिए जा रहा था,
जिससे महिला को परेशानी हो रही थी।महिला ने नाराज होते हुए कहा,
‘अगर तुम मेरे पति होते तो मैं तुम्हारे इस सिगार में जहर भर देती!’
आदमी ने शांत भाव से उत्तर दिया,
‘अगर तुम मेरी पत्नी होती तो मैं उसे खुशी से पी जाता!’

 

एक मरीज डॉक्टर के पास गया।
मरीज : डॉक्टर साहब, मेरे कान में मटर का पौधा उग आया है।
डॉक्टर : यह तो बड़ी हैरानी की बात है!
मरीज : जी हां, डाक्टर साहब हैरानी की बात तो है ही,
क्योंकि मैंने तो अपने कान में भिन्डी के बीज डाले थे।

 

सांता- नहीं… नहीं… मैं यहां तो बिलकुल नहीं रहूँगा….
इतना छोटा-सा कमरा….?
उपर से ना खिड़की, ना बाथरूम और ना ही टोईलेट….!
मुझे मेरे पैसे वापस चाहिये बस….!

 

अपार्टमेन्ट का मालिक- अरे पर ये…..
सांता- नहीं नहीं पैसे वापस ही चाहिये मुझे तो बस…..!
अपार्टमेन्ट का मालिक- अबे गवार आदमी…..
ये लिफ्ट है, मकान उपर है….!!

कुछ लोग “धन” के नाम पर लड़ते हैं….!
कुछ “धर्म” के नाम पर तो कुछ…..
“जाति” के नाम पर लड़ते हैं….!
सिर्फ पति-पत्नी ही हैं जो….
नि:स्वार्थ भाव से बेवजह लड़ते हैं….!!

अध्यापक- “भाईचारा” शब्द का प्रयोग करते हुए…..
कोई वाक्य बनाओ….?
चिंटू- मैंने दूध वाले से पूछा….
तुम दूध इतना महंगा क्यों बेचते हो….?
तो वह बोला-भाई चारा महंगा हो गया है….!!
दे थप्पड़….. दे थप्पड़…..!!

 

रेलवे स्टेशन” मे लिखा था….
अंजान आदमी से कोई चीज ना लें…..!
बस फिर क्या था….?
हमने टिकट ही नही लिया….
अभी पिता जी थाने से छुड़वाकर लाए हैं….!!

 

संता को रेल्वे स्टेशन में एक चिराग मिला….
उसने उठाया और रगड़ना शुरु किया….
जोरदार का धमाका हुआ….
और वो मर गया….!

शिक्षा- अब अल्लादीन का जमाना गया,
लावारिस वस्तुओं से दूर रहें,
कुछ चीजें अल्लादीन की नहीं,
मुजाहिदीन की भी हो सकती है….!
जनहित में जारी….!!

By Akash