जोक्स कि इस मजेदार दुनिया में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है दोस्तों हम सभी को अपने जीवन खुश रहना चाहिए क्योंकि खुश रहने से ही हमारी आधी परेशानी स्वतः ही दूर हो जाती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए आज एक बार फिर से कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए हैं तो आइए बिना देर किये है पढ़ लेते हैं इन मजेदार चुटकुलों को
एक दक्षिण भारतीय व्यक्ति की नई-नई शादी हुई.
एक दिन उसने खाने पर अपने उत्तर भारतीय मित्र को बुलाया.
दक्षिण भारतीय व्यक्ति की पत्नी खाना परोसते समय कहना तो यह चाहती थी कि
खाइए-खाइए, शर्म न कीजिए,
लेकिन हिन्दी ठीक न आने के कारण बोल पड़ी- ‘खाओ-खाओ शर्म तो है नहीं. ‘
संता एक होटल में खाली कटोरी में रोटी डुबो-डुबो कर खा रहा था.
वेटर ने पूछा : सरजी खाली कटोरी में क्या खा रहे हैं?
संता : भइया, मैं गणित का टीचर हूं और दाल मैंने ‘ मान ली ‘ है
बंतो (संता से)- आज मैंने विश्व की एक खूबसूरत महिला को देखा.
इतनी सुंदर लग रही थी कि मैं बता नहीं सकती.
संता- अच्छा, फिर क्या हुआ?
बंतो- फिर क्या? मैं शीशे के सामने से हट गई.
एक आदमी ससुराल गया,
उसकी सास ने उसे 7 दिन तक लगातार सुबह शाम
पालक का साग खाने को दिया.
आठवें दिन सास बोली, “बेटा क्या खाओगे.”
आदमी बोला, “कुछ नहीं आप खेत दिखा दीजिए, मैं खुद ही चर आऊंगा.”
रतनलाल : रमेश! तुम्हें देखता हूँ तो मुझे सुरेश की याद आ जाती है।
रमेश : लेकिन मुझमें और सुरेश में शायद ही कोई बात कॉमन हो!
रतनलाल : क्यों नहीं! पिछले दो साल से
आप दोनों ने मुझसे पांच सौ रुपए कर्ज लिये थे,
आज तक नहीं लौटाए!
बीमार पत्नी को पति ने अस्पताल में भरती कराया।
डॉक्टर ने पति से पूछा, “क्या आपका और
आपकी पत्नी का ब्लड ग्रुप एक ही है?”
पति ने कहा, “होगा, जरूर होगा।
आखिरकार १५ साल से वो मेरा खून जो पी रही है।”
आधार कार्ड का ऑफिस बंद था,कार्ड बनवाने के लिए लम्बी लाइन लगी हुई थी ,
एक आदमी बार बार लाइन में आगे जाने की कोशिश कर रहा था,
लोग बार उसे पीछे पकड़ कर खीच देते थे,उसने 4-5 बार कोशिश की,
फिर हारकर बोला –लगे रहो लाइन में सालो,आज ऑफिस ही नहीं खोलूँगा.
डॉक्टर- अगर शराब पीते हो तो कसरत करनी भी जरूरी है.
रोगी- वो तो रोज करता हूँ..
डॉक्टर- क्या करते हो,
रोगी- ठेके तक तो पैदल ही जाता हूँ.
डॉक्टर- बेहोश
संता (बंता से)- और सुना यार, बीवी से झगड़ा खत्म हुआ या नही?
बंता- अबे घुटनों पर चल कर आयी थी मेरे पास, घुटनों पर।
संता- क्या बात कर रहा है, सच में..
बंता- और नहीं तो क्या।
संता: फिर क्या बोली?
बंता- बोली बेड के नीचे से बाहर आ जाओ, पक्का अब नही मारुंगी
बच्चा – पापा, जैसे आप मुझे मारते हो
क्या दादाजी भी आपको मारते थे?
पिता – हां बेटा।
बच्चा – तो ये खानदानी गुंडागर्दी कब तक चलेगी
एक शराबी आँखेँ दान करने गया!!
काउंटर क्लर्क ने पूछा कुछ कहना चाहते हो??
शराबी – हाँ, जिसे भी लगाओ,
उसे बता देना 2 घूँट लेने के बाद ही खुलती हैँ!!