एक महिला रिक्शे वाले से, “मैं तुम्हारे रिक्शे से उतरकर जा रही थी,
फिर भी तुम ने भाड़ा क्यों नहीं मांगा? रिक्शा वाला, “जी, मैं शरीफ औरतों से पैसे नहीं मांगता।”
महिला, “अगर मैं बिना भाड़ा दिए चली जाती तो?”
रिक्शा वाला, “तो मैं समझ जाता कि आप शरीफ नहीं हैं और फिर मैं भाड़ा मांग लेता।”

एक गंजे ने किसी नाई से बाल कटवाया। उसने बाल कटवाने के बाद नाई से पूछा
, “कितने पैसे हुए?” नाई ने पचास रूपये बताये
आश्चर्य करते हुए आदमी ने कहा, “क्यों? सबसे तो चालीस रूपये ही लेते हो,
हमसे दस रूपये ज्यादा क्यों?”
नाई ने कहा, “दस रूपये बाल खोजने के हैं, बाकी काटने के।”

 

प्लम्बर: सर, नल ठीक हो गया लेबर चार्ज एक हज़ार रुपये
घर का मालिक इंजीनियर: अरे, दो घंटे की इतनी फीस तो मेरी भी नहीं है!
प्लम्बर: सर, जब मैं इंजीनियर था तो मेरी भी नहीं थी।

 

एक दोस्त: तूने अपनी बीवी के जन्मदिन
पर डायमंड रिंग क्यों दी?
वो तो कार चाहती थी ना?
पिंटू: अबे साले नकली कार कहां से लेकर आता?

 

भिखारी – भैया एक रुपया दे दो।
रामूजी – कल आना कल।
भिखारी – इसी कल-कल के चक्कर में तो इस कॉलोनी
में मेरे हजारों रुपये फंसे हैं।

 

काफी देर के बाद एक साहब ने माइक छोड़ा
तो विदेशी पत्रकार ने बगल में बैठे आदमी से कहा-
“आपके यहां के नेता काफी लंबा भाषण देते हैं।”
उस आदमी ने जवाब दिया- भाषण देने वाले नेताजी तो
अब आएंगे साहब, यह तो माइक टेस्टिंग कर रहे हैं।

 

छोटू – डॉक्टर साहब, मेरे ऊपर वाले दांत में कीड़ा लगा था,
लेकिन आपने तो मेरा नीचे वाला दांत निकाल दिया।
डॉक्टर – अबे वो कीड़ा नीचे वाले दांत पर खड़ा होकर ऊपर वाले दांत को काटता था,
अब कहां खड़ा होगा।

 

शिक्षक ने सभी बच्चों से क्रिकेट मैच पर निबंध लिखन को कहा।
सभी छात्र अपनी-अपनी कापी लेकर निबंध लिखने में जुट गए।
मगर बंता चुपचाप बैठा था। शिक्षक ने उसकी किताब देखी तो
उस पर सिर्फ एक लाइन लिखी थी- “बारिश की वजह से मैच स्थगित कर दिया गया है।”

पप्पू दौड़ा-दौड़ा पुलिस स्टेशन गया और बोला- इंस्पेक्टर साहब,
जल्दी चलिए, एक चोर एक घंटे से मेरे पिताजी को पीट रहा है!
इंस्पेक्टर उससे से बोला- एक घंटे से पीट रहा है तो इतनी देर तक क्या तुम तमाशा देख रहे थे?
पप्पू- नहीं नहीं, इससे पहले पिताजी चोर को पीट रहे थे।

 

हॉस्टल में रहने वाले पिंटू ने अपने दोस्तों से कहा:
यार धोखा हो गया धोखा एक दोस्त: क्या हो गया?
पिंटू: यार घर से बुक्स के लिए पैसे मंगवाए थे,
लेकिन घरवालों ने बुक्स ही भेज दीं

एक दिन एक विज्ञान शिक्षक बच्चों को सृष्टि के निर्माण के बारे में बता रहे थे। बच्चों में पप्पू भी था।
कक्षा समाप्ति के बाद मास्टर साहब बोले,
“तो अब समझ गए न कि इस सृष्टि का निर्माण कैसे हुआ ?’
पप्पू बोला, “पर मास्टर जी, मेरे पापा तो कहते हैं कि हम बंदर की संतान हैं!”
शिक्षक ने कहा, “भाई, यह तुम्हारा अपना मामला है
और निजी मामले में मैं दखल नहीं दे सकता।”

By Akash